आज की मीना
बदलते युग में आइए देते हैं 'मीना' को नयी पहचान...
आज की मीना का है चरित्र विशाल,
नारी सशक्तिकरण की जलाती मशाल....
मलाला सा साहस लिए,
शिक्षा का दीप जलाती मीना...
अरूणिमा सा धैर्य लिए,
बाधाओं को हराती मीना...
किरण बेदी सी निडरता लिए,
असंभव को संभव बनाती मीना....
साक्षी सी शक्ति लिए,
विश्व पताका फहराती मीना...
लक्ष्मी सी मुस्कान लिए,
हँसकर दर्द भुलाती मीना...
पी.वी. सिंधु सा समर्पण लिए,
देश का मान बढ़ाती मीना...
कल्पना सी उड़ान लिए,
इतिहास को अमर बनाती मीना....
मैरीकॉम सी दृढ़ता लिए,
आशा की किरण जगाती मीना...
हर नारी मे बसती मीना,
सीखें इससे जीवन जीना...
आज की मीना का है चरित्र विशाल,
नारी सशक्तिकरण की जलाती मशाल....
मलाला सा साहस लिए,
शिक्षा का दीप जलाती मीना...
अरूणिमा सा धैर्य लिए,
बाधाओं को हराती मीना...
किरण बेदी सी निडरता लिए,
असंभव को संभव बनाती मीना....
साक्षी सी शक्ति लिए,
विश्व पताका फहराती मीना...
लक्ष्मी सी मुस्कान लिए,
हँसकर दर्द भुलाती मीना...
पी.वी. सिंधु सा समर्पण लिए,
देश का मान बढ़ाती मीना...
कल्पना सी उड़ान लिए,
इतिहास को अमर बनाती मीना....
मैरीकॉम सी दृढ़ता लिए,
आशा की किरण जगाती मीना...
हर नारी मे बसती मीना,
सीखें इससे जीवन जीना...
रचयिता
फरज़ाना बानो,
सहायक अध्यापक विज्ञान,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय नेवादा,
विकास खण्ड-शाहगंज,
जनपद-जौनपुर।
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