प्लास्टिक से परहेज करें

बहुत हुआ प्रकृति से खिलवाड़
आओ अब इसे निषेध करें
प्लास्टिक से परहेज करें
प्लास्टिक से परहेज करें

ये है हमारी दिनचर्या का अटूट हिस्सा
तुम्हें सुनाऊँ इसका किस्सा

मिट्टी से निकले तेल से ही तो ये बनाया जाता
जलाने पर वायु में मिल उसको जहरीला बनाता
होता तो है ये बहुउपयोगी, टिकाऊ व सस्ता
पर इजाद न हो पाया इससे निजात का कोई रास्ता

भावी पीढ़ी के रुग्ण होने से डरें
प्लास्टिक से परहेज करें
प्लास्टिक से परहेज करें

सुबह का टूथब्रश या हो कम्प्यूटर पर काम
टिफिन, वॉटर बॉटल या लाना हो बाजार से सामान
सभी मे होता प्लास्टिक का उपयोग
जिसके कारण फैलते अनेकों रोग

प्लास्टिक बन्द होने की मुहिम का न हम खेद करें
प्लास्टिक से परहेज करें
प्लास्टिक से परहेज करें

बहुत हुआ प्रकृति से खिलवाड़
आओ अब इसे निषेध करें
प्लास्टिक से परहेज करें
प्लास्टिक से परहेज करें

रचयिता
रीनू पाल,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय दिलावलपुर,
विकास खण्ड - देवमई,
जनपद-फतेहपुर।

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