सपना स्वच्छ भारत का

आज सभी ये प्रण कर लें
प्रण कर ले भाई प्रण कर लें।
स्वच्छ अपना अंबर रहे
स्वच्छ रहे अपनी ज़मीं।

स्वच्छता का दीप जलाएँगे,
ज्योति लेकर घर-घर जाएँगे।
समझाएँगे-2 बतलाएँगे-2
स्वच्छ रहेंगे हम सभी,
तो स्वस्थ रहेंगे हम सभी।

आज सभी ये प्रण कर लें,
प्रण कर ले भाई प्रण कर लें।
स्वच्छ अपना अंबर रहें,
स्वच्छ रहे अपनी जमीं।

स्वच्छ रहें हम स्वच्छ बनें भारत देश
गांधी जी ने दिया यही संदेश।
हम जान लें -2 हम मान लें-2
सपना स्वच्छ भारत का
साकार करेंगे हम सभी।

आज सभी ये प्रण कर लें
प्रण कर लें भाई प्रण कर लें
स्वच्छ अपना अंबर रहे
स्वच्छ रहे अपनी जमीं।

रचयिता
श्रीराम गुप्ता,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मंदिरापाली खास,
विकास क्षेत्र-रामपुर कारखाना,
जनपद-देवरिया।

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