३६७~ रामनाथ प्रजापति प्र०प्र०अ० कम्पोजिट विद्यालय चटिहा विकास खण्ड - अमौली जनपद- फ़तेहपुर।


🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- फ़तेहपुर के अनमोल रत्न शिक्षक साथी रामनाथ जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच, कर्मठता और दृढ़ संकल्पना के बलबूते अपने विद्यालय को क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित व अभिभावक प्रिय शिक्षा के केन्द्र के रूप में स्थापित किया। जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए अनुकरणीय प्रयास हैं।।

आइए देखते हैं आपके द्वारा किये गए सार्थक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
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नाम- रामनाथ
पद- प्रभारी प्रधानाध्यापक
विद्यालय- पूर्व माध्यमिक विद्यालय चटिहा, शिक्षा क्षेत्र- अमौली
जनपद- फ़तेहपुर
विद्यालय में नियुक्ति- 28-04-2012

पूर्व माध्यमिक विद्यालय चटिहा का संचालन 01 जुलाई सन- 2008 से किया जा रहा है। मेरी नियुक्ति 28 अप्रैल- 2012 में हुई। नियुक्ति के समय विद्यालय में बहुत सी समस्याएँ थी जो मेरे द्वारा ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों के सहयोग से दूर करके विद्यालय को प्रगति पथ पर अग्रसर करने का प्रयास किया गया।

▶ समस्याएँ-
👉🏻विद्यालय में पूर्ण रूपेण बाउण्ड्रीवाल का न होना।
👉🏻विद्यालय की सुरक्षा हेतु गेट का न लगा होना।
👉🏻 विद्यालय के बारामदे में एक वृद्ध का अवैध कब्जा होना।
👉🏻 विद्यालय के एक कक्षा-कक्ष में सफ़ाई कर्मी का कब्जा होना।
👉🏻 विद्यालय परिसर में ताँगा व घोड़ों को रखा जाना।
👉🏻 गाँव की 80 प्रतिशत आबादी अशिक्षित। गाँव में कुल 72 परिवार हैं। जिनमें से सभी गरीब व मज़दूर वर्ग से सम्बन्ध रखते हैं। गाँव में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक दोनों ही विद्यालय स्थित हैं। गाँव लगभग 90 प्रतिशत लोग प्रतिदिन शाम को शराब के नशे में धुत होकर हो हल्ला करते हैं। बच्चों के द्वारा अक्सर सुनने में आता है कि रात 12, 1 बजे तक सो नहीं पाते हैं। गाँव में पुलिस का आना बराबर बना रहता है। शिक्षा के प्रति कोई लगाव नहीं है बड़ी मुश्किल से लोग कक्षा- 8 पास कर मुम्बई, नासिक व सूरत जाकर अपनी रोज़ी- रोटी की व्यवस्था करते हैं।

▶️समस्याओं का समाधान:-
विद्यालय की इन समस्याओं के समाधान हेतु मैंने सर्व प्रथम ग्राम प्रधान व विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के अभिभवकों को अपने विश्वास में लिया और उनकी मदद से विद्यालय की इन समस्याओं का समाधान करते हुए विद्यालय में पठन- पाठन का माहौल बेहतर करने का प्रयास किया।
👉🏻 विद्यालय परिसर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व० प्रभु दयाल पासी की मूर्ति के अनावरण के सम्बंध में 05 जनवरी-2013 को फ़तेहपुर के माननीय सांसद श्री राकेश सचान जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री मदन गोपाल वर्मा, उपजिलाधिकारी बिन्दकी, पूर्व ब्लॉक प्रमुख विकास खण्ड- देवमई, कई जिला पंचायत सदस्य व क्षेत्र पंचायत सदस्य क्षेत्र के कुछ ग्राम प्रधान, अनेक अन्य गणमान्य व क्षेत्र की जनता का आगमन हुआ।
विद्यालय के बच्चों ने सरस्वती वन्दना, स्वागत गीत व एक लोक गीत प्रस्तुत किया। बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति के लिए उन्हें 7200 रुपये का पुरस्कार प्राप्त हुआ। उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा मुझे 500 रुपये का व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किया गया और साथ ही उनके द्वारा सबके समक्ष कहा गया कि, ये शिक्षक "प्रसंशनीय" है। यकीन मानिए उनके द्वारा कहे गए इस शब्द ने मेरे दिलो दिमाग़ में अपनी जगह बना ली और तभी से मैं उत्साहित होकर तन, मन और धन से समर्पित होकर अपने कर्तव्यों को सही अंजाम देने पर तुला हुआ हूँ। विद्यालय की प्रत्येक व्यवस्था सुपर रहे इसके लिए मैं वर्ष- 2015 से प्रत्येक वर्ष एक माह का वेतन विद्यालयी व्यवस्था हेतु प्रदान करता आ रहा हूँ।

▶ उपलब्धियों में सहायक तथ्य व तत्व:-
मेरे विद्यालय में कुल 03 शिक्षक हैं। मैंने तीनों में कार्यों व उत्तरदायित्वों का विभाजन किया हुआ है। अपने- अपने कार्यों व उत्तरदायित्वों को सभी लोग सही से अंजाम देने का प्रयास करते हैं, जो निम्नवत हैं:-
👉(1) श्री अनिल कुमार जी कुशवाहा (स०अ० विज्ञान) 15-11-2016 से विद्यालय की साज-सज्जा, विद्यालय परिसर की स्वच्छता बागबानी, पी०टी०, योगासन, अनुशासन, खेलकूद आदि कार्य की जिम्मेदारी इन्हीं की जिम्मेदारी में है। आप पाक कला में भी महारथी हैं।
👉(2) श्री यशवन्त सिंह जी वर्मा (स०अ०):- विद्यालयी अभिलेख, सूचनाएँ तैयार करना, लिपिकीय कार्य, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों की साज-सज्जा में निपुण, मनोरंजक तरीके से शिक्षण कार्य, सोच समझकर निर्णय लेने व तेजी से कार्य को करने की क्षमता।
👉(3) रामनाथ प्रजापति (प्र०प्र०अ०):- प्रतिदिन समय से साज-बाज (एम्लीफ़ायर, ड्रम, ढ़ोलक, हारमोनियम, झींका, मटका) के साथ प्रार्थना सभा का संचालन, देशप्रेम, राष्ट्रगीत, लोकगीतों का समावेश, मिड डे मील का सफल संचालन, गीत संगीत, क्राफ़्ट कला के माध्यम से शिक्षण कार्य, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नृत्य, गायन वादन का प्रशिक्षण भी बच्चों को मेरे द्वारा, बच्चे की हर गतिविधि पर मेरी निगाह रहना।



▶ मेरे विद्यालय में सभी शिक्षक खड़े होकर ही शिक्षण कार्य करते हैं। कक्षा- कक्ष में बैठने की अनुमति नहीं है। वर्ष- 2014 में माननीय प्रधानमंत्री जी ने भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ कहा था, "न खाऊंगा न खाने दूँगा" उन्ही की तर्ज़ पर मैंने अपने स्टाफ़ को मजबूत सहयोगी बनाया है कि "न बैठूँगा, न बैठने दूँगा"
जिस गाँव में मैं पढ़ाता हूँ वहाँ समस्त ग्रामीणों के द्वारा मेरा सम्मान किया जाता है। बस कमी है तो बच्चों के मामले में सहयोग की। वहाँ के लोग इतने निर्धन हैं कि बच्चों को अपने घर व खेतों के कार्य में ज्यादा लगाते हैं। पर्याप्त कार्य लेने के पश्चात ही स्कूल भेजते हैं। 90 प्रतिशत जनता अशिक्षित होने के कारण, पहले कमाई, बाद में पढ़ाई, की भावना सब में रहती है।
जब में राष्ट्रीय पर्वों में सांस्कृतिक कार्यक्रम कराता हूँ तो सभी ग्रामवासी अपना- अपना कार्य छोड़कर देखने विद्यालय में उपस्थित होते हैं। और प्रत्येक घर से यथा सम्भव पुरस्कार भी दिया जाता है। चाहे उनका बच्चा हमारे स्कूल में पढ़ता हो या न पढ़ता हो, किन्तु जिससे जो बन पड़ता है, सहयोग से पीछे न हटते हैं।
▶गाँव बहुत छोटा है। छोटा होने के कारण जनसँख्या अल्प है। विद्यालय का नामांकन वर्षवार कुछ इस प्रकार है:-
30 सितम्बर 2012 = 28
30 सितम्बर 2013 = 36
30 सितम्बर 2014 = 37
30 सितम्बर 2015 = 46
30 सितम्बर 2016 = 47
30 सितम्बर 2017 = 51
30 सितम्बर 2018 = 56
वर्तमान(अगस्त 2019) 56







▶ अब मेरा विद्यालय संविलयन के अन्तर्गत है। फिर भी मेरा भरपूर प्रयास यही है कि दीपावली को प्राथमिक विद्यालय को अपने विद्यालय की भाँति सुसज्जित कर दूँगा। इसके लिए मुझे अपने पास से चाहे जितना भी धन व्यय करना पड़े।
परन्तु अभी तक प्राथमिक विद्यालय के बच्चों का एम०एल०एल० बहुत ही कमज़ोर है। मेरी सोच ये है कि वर्ष के अंत तक काफ़ी सुधार कर ले जाउँगा, क्योंकि मैं कक्षा के लिए अपने आप को सहज महसूस करता हूँ और उन्हें मनोरंजक ढंग से पढ़ाना मुझे बहुत रास आता है। अर्थात मुझे छोटे बच्चों को पढ़ाने में अधिक आनन्द की अनुभूति होती है।

🙏🏻साभार
रामनाथ प्रजापति
प्र०प्र०अ०
कम्पोजिट विद्यालय चटिहा
विकास खण्ड - अमौली
जनपद- फ़तेहपुर।

संकलन एवं सहयोग:
बबलू सोनी
मिशन शिक्षण संवाद

नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

विमल कुमार
मिशन शिक्षण संवाद
12-09-2019

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