हम राही मिशन के

हम राही मिशन के
छँट गया तिमिर, हो गया सवेरा।
पक्षियों ने भी छोडा़ बसेरा।
गये खोजने सब दाना-पानी।
निकल पड़ा है घर से ज्ञानी।
कर्मवीर बढ़ चला कर्त्तव्य पथ पर।
राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेकर।
पथ की समस्त बाधाओं से लड़कर।
उद्देश्य पूर्ति हेतु खड़ा है डटकर।
प्रहरी है ये सच्चा मिशन शिक्षण संवाद का।
गौरव है ऐसा शिक्षक बेसिक शिक्षा विभाग का।
एक-एक कर अनमोल रत्न ऐसे ही जुड़ते रहें।
पारस है मिशन, सोना ऐसे ही शिक्षक बनते रहें।
प्रशंसा जितनी करो मिशन की उतनी ही कम है।
मिशन की हर नयी पहल में पहले जितना दम है।
मनोबल बढ़ाता हर शिक्षक का और देता उन्हें सम्मान।
बन गया है “मिशन शिक्षण संवाद” हम शिक्षकों की शान।

रचयिता
सुमन शर्मा,
इं. प्रधनाध्यापक
पूर्व माध्यमिक विद्यालय मांकरौल,
विकास खण्ड - इगलास,
जनपद - अलीगढ़।

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