मेरा है आशीष सभी को
मंगलमय हो जीवन सबका,
सुखमय घर परिवार रहे।
आज चतुर्थी व्रत है जिनका,
उनका अटल सुहाग रहे।
वो चाँद सितारे आसमान के,
पर घर में चन्दा तारा है।
जीवन के इस राजमार्ग का,
जैसे शुभ उजियारा है।
जीवन की खुशहाल लता हो,
सुखमय निज संसार रहे।
प्रेम भाव की सुरसरि धारा,
बहती हर परिवार रहे।
सुखमय घर परिवार रहे।
आज चतुर्थी व्रत है जिनका,
उनका अटल सुहाग रहे।
वो चाँद सितारे आसमान के,
पर घर में चन्दा तारा है।
जीवन के इस राजमार्ग का,
जैसे शुभ उजियारा है।
जीवन की खुशहाल लता हो,
सुखमय निज संसार रहे।
प्रेम भाव की सुरसरि धारा,
बहती हर परिवार रहे।
रचयिता
सतीश चन्द्र "कौशिक"
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अकबापुर,
विकास क्षेत्र-पहला,
जनपद -सीतापुर।
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