दीपावली गीत
मनाओ दीपावली पर, रहे ध्यान इतना।
पटाका कहीं भी, तुम फोड़ना तू।।
जरा सोच लेना पहले, नफा नुकसान को।
घर में दीये तुम, जलाना हर शाम को।।
बस बुराई से बचकर, भलाई तू करना।
मेरी जिंदगी का, सपना यही है।।
धरा पर उजाला हो, अंधेरा कहीं ना।
अगर सत्यता का, दीप तुम जलाते रहोगे।।
आसमां में पताका, तुम फहराते रहोगे।
दीपावली के पर्व पर, कहना है हमारा।।
रखना सभी से रिश्ता, प्यार का तुम्हारा।
रचयिता
मिथिलेश कुमार सिंह,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय बसनी,
विकास खण्ड-बड़ागाँव,
जनपद-वाराणसी।
पटाका कहीं भी, तुम फोड़ना तू।।
जरा सोच लेना पहले, नफा नुकसान को।
घर में दीये तुम, जलाना हर शाम को।।
बस बुराई से बचकर, भलाई तू करना।
मेरी जिंदगी का, सपना यही है।।
धरा पर उजाला हो, अंधेरा कहीं ना।
अगर सत्यता का, दीप तुम जलाते रहोगे।।
आसमां में पताका, तुम फहराते रहोगे।
दीपावली के पर्व पर, कहना है हमारा।।
रखना सभी से रिश्ता, प्यार का तुम्हारा।
रचयिता
मिथिलेश कुमार सिंह,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय बसनी,
विकास खण्ड-बड़ागाँव,
जनपद-वाराणसी।
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