३७०~ वन्दना गुप्ता प्राथमिक विद्यालय विशेषरपुर, भदपुरा, बरेली

🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- बरेली से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन वन्दना गुप्ता जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है जो हम सभी के लिए प्रेरक और अनुकरणीय हैं।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2451106011833648&id=1598220847122173

👉1. शिक्षक का परिचय:-

वन्दना गुप्ता प्राथमिक विद्यालय विशेषरपुर,  भदपुरा,  बरेली
नियुक्ति तिथि-13-02-2009
पदोन्नति तिथि-30-01-2015

👉2. विद्यालय की समस्याएं-
जब मैने प्रा० वि० विशेषरपुर प्रधानाध्यापिका के पद पर ज्वॉइन किया तो विद्यालय में नामांकित बच्चों में से केवल 5-6 बच्चे ही स्कूल आते थे। उन बच्चों में पढ़ने के प्रति कोई रूचि नहीं थी। बच्चे बहुत गन्दे कपड़े पहनकर व बिना नहाये भी विद्यालय आ जाते थे। बच्चे समय से भी विद्यालय नहीं आते थे। विद्यालय के कमरों के फर्श में चूहों के बिल भी बने थे।
👉3. समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास:-
गाँव में सबसे पहले बच्चों के अभिभावकों से सम्पर्क किया। उनकी सोच थी कि सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होती है। शुरू -शुरू में लगातार बच्चों को घर से बुलाकर विद्यालय लाना पड़ता था। अपनी पूरी लगन व कोशिश करके अभिभावकों को पूरी तरह से विश्वास दिलाया और विद्यालय में पढ़ाई के प्रति रूचि जाग्रत की। धीरे-धीरे नमांकन की संख्या भी बढ़ने लगी हैं। गांव विशेषरपुर के अतिरिक्त अन्य दूसरे गांव के बच्चे भी धीरे-धीरे नामांकन करने आने लगे है।
👉4. विद्यालय की प्रेरक शिक्षण गतिविधियां:-
बच्चों को खेल गतिविधियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यमों से पढ़ाई करायी गयी। बच्चों को विभिन्न प्रकार के TLM के द्वारा तथा उनको प्रेरक कहानियों को सुनाकर तथा दिखाकर शिक्षण कार्य करना प्रारम्भ किया। बच्चों को प्रार्थना सभा में प्रतिदिन स्वच्छता के बारे में बताया गया। नैतिक मूल्यों के बारे में भी बताया गया। बच्चों को शरीर की दैनिक स्वच्छता के बारे में भी बताया जाता है। प्रतिदिन योगा व पी. टी. भी करायी जाने लगी। बच्चों को पेड़ -पौधों की देखभाल व पौधों को लगाना क्यों आवश्यक है इसकी भी जानकारी दी जाने लगी और अभी भी यह सब गतिविधियाँ विद्यालय में प्रतिदिन होती है।


👉5. विद्यालय और बच्चों की उपलब्धियां:-









बच्चों को विद्यालय में विभिन्न प्रकार के खेलों के बारे में जानकारी दी गयी। विभिन्न प्रकार के खेल भी विद्यालय में खिलाये जाते है। विद्यालय के बच्चों ने खेलकूद प्रतियोगिता में भी प्रतिभाग किया।बच्चे ब्लाक स्तरीय खेल प्रतियोगिता मे प्रथम भी आये। इसी प्रकार बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम करके आम समुदाय को भी जाग्रत किया। जिसका सिलसिला अभी तक जारी है। गांव के व्यक्ति भी आभार व्यक्त करते है और अपने बच्चों का नामांकन विद्यालय में करवाते है।अपने शिक्षण के कार्यो के लिए मुझे बरेली मेयर 'माननीय श्री उमेश गोतम जी के हस्त कमलों द्वारा सम्मानित किया गया है। पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती चंदना यादव मैम जी के द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
👉6. शिक्षक और विद्यालय परिवार की उपलब्धियां:-
आज की स्थिति यह है कि जिस दिन हम किसी कारण से विद्यालय नहीं जा पाते है उस दिन बच्चों का मन विद्यालय में नहीं लगता है अगले दिन सब मेरे नहीं का कारण पूछते है। सब बच्चे चारों ओर से मुझे घेर कर बातें करने लगते है। बच्चों का असीम प्यार अपने प्रति देखकर मेरी आंखें नम हो जाती है। शिक्षक की सबसे बड़ी पूँजी उसका सम्मान और बच्चों का प्यार है और वह मेरे पास असीमित है।


👉7. मिशन शिक्षण संवाद परिवार के लिए आपका संदेश :-
मिशन शिक्षण संवाद मेरे लिए एक ऐसा मंच है जहाँ मुझे सीखने के लिए बहुत कुछ मिलता है। उस ज्ञान रूपी प्रकाश से मैं स्वंय के जीवन में तथा बच्चों के जीवन को रोशन करतीं हूँ। मिशन शिक्षण संवाद का आभार व्यक्त करतीं हूँ कि मेंरे शिक्षण कार्य को एक नयी दिशा दी।
👉8. शिक्षक समाज के लिए आपका सुझाव व संदेश :-
"नव-ज्योत "जले ज्ञान की चारो ओर,
अज्ञान का दूर अंधकार हो,
"ज्ञान का प्रकाश" मिले हर जन को,
चाहे वो बूढा़-बच्चा या जवान हो,
"ज्ञान "के पुष्पों की माला
हर जन के गले का हार हो,
खूशबू बिखरे ज्ञान की घर-घर में,
अछूता न कोई परिवार हो! . . .

संकलन एवं सहयोग
रुपेन्द्र सिंह जी (संयोजक)
मिशन शिक्षण संवाद बरेली

नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
13-10-2019

Comments

Total Pageviews