हे! लौह पुरुष
पाँच सौ बासठ रियासतों का
राष्ट्र में विलय कर डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
आँख के फोड़े को बचपन में
सलाखों से फुड़वा डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
लंदन से वकालत पढ़कर,
कर्मक्षेत्र भारत में बना डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
पत्नी की मृत्यु का खत पाकर
भी केस को पूरा लड़ डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
अनेक विरोध झेलकर भी
सोमनाथ मंदिर निर्माण करा डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
खेड़ा व बारडोली आंदोलन
में अंग्रेजों को झुका डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
जूनागढ़ व हैदराबाद स्टेट नवाबों
से एकीकरण करा डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
उप-प्रधानमंत्री व गृह मंत्री
का पदभार संभाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
भारतीय नागरिक सेवाओं को
भारतीय प्रशासनिक सेवाएँ बना डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
तुम्हारे जन्मदिवस को हमने
एकता दिवस मना डाला।
क्योंकि.. हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
नर्मदा के तीर मोदी जी ने
स्टेचू ऑफ यूनिटी बना डाला।
क्योंकि... हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
रचयिता
ज्योति चौधरी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय इस्लामनगर
विकास खण्ड-मुरादाबाद,
जनपद-मुरादाबाद।
राष्ट्र में विलय कर डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
आँख के फोड़े को बचपन में
सलाखों से फुड़वा डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
लंदन से वकालत पढ़कर,
कर्मक्षेत्र भारत में बना डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
पत्नी की मृत्यु का खत पाकर
भी केस को पूरा लड़ डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
अनेक विरोध झेलकर भी
सोमनाथ मंदिर निर्माण करा डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
खेड़ा व बारडोली आंदोलन
में अंग्रेजों को झुका डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
जूनागढ़ व हैदराबाद स्टेट नवाबों
से एकीकरण करा डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
उप-प्रधानमंत्री व गृह मंत्री
का पदभार संभाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
भारतीय नागरिक सेवाओं को
भारतीय प्रशासनिक सेवाएँ बना डाला।
हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
तुम्हारे जन्मदिवस को हमने
एकता दिवस मना डाला।
क्योंकि.. हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
नर्मदा के तीर मोदी जी ने
स्टेचू ऑफ यूनिटी बना डाला।
क्योंकि... हे! लौह पुरुष तुमने
इतिहास बदल डाला।
रचयिता
ज्योति चौधरी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय इस्लामनगर
विकास खण्ड-मुरादाबाद,
जनपद-मुरादाबाद।
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