लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल
छःसौ देशी रियासतों का,
एकीकरण किया तुमने।
अपने लौह पुरुष होने का,
सिद्धीकरण किया तुमने।
अगर आत्म बल है मानव में,
सब कुछ कर सकता है।
अपने कामों से सारा,
स्पष्टीकरण दिया तुमने।
आज तुम्हारे जन्मदिवस पर
सादर वन्दन है,
राष्ट्र एकता के प्रयास से
हर्षित जन -जन है।
जब तक चाँद-सितारे नभ में,
नाम तुम्हारा अमर रहेगा।
राष्ट्र ऐक्य की बात चलेगी,
जन-गण नाम तुम्हारा लेगा।
एकीकरण किया तुमने।
अपने लौह पुरुष होने का,
सिद्धीकरण किया तुमने।
अगर आत्म बल है मानव में,
सब कुछ कर सकता है।
अपने कामों से सारा,
स्पष्टीकरण दिया तुमने।
आज तुम्हारे जन्मदिवस पर
सादर वन्दन है,
राष्ट्र एकता के प्रयास से
हर्षित जन -जन है।
जब तक चाँद-सितारे नभ में,
नाम तुम्हारा अमर रहेगा।
राष्ट्र ऐक्य की बात चलेगी,
जन-गण नाम तुम्हारा लेगा।
रचयिता
डॉ0 प्रवीणा दीक्षित,
हिन्दी शिक्षिका,
के.जी.बी.वी. नगर क्षेत्र,
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