छोटी दीवाली
छोटी दीवाली आज है,
नरक चतुर्दशी भी जानो आज।
अलग -अलग नाम हैं,
एक ही त्योहार पहचानो आज।
नरक चतुर्दशी का कारण जानो,
कहानी क्या थी यह पहचानो।
नरकासुर राक्षस था घातक,
इंद्र राज में मचाया आतंक।
भगवान कृष्ण ने किया संहार,
नरकासुर गया नरक द्वार।
नरकासुर का वध हुआ था,
चतुर्दशी के दिन ही हुआ था।
नरक चौदस भी कहा जाए,
दीपावली के एक दिन पहले आए।
इस दिन अभ्यंग स्नान करो,
सुंदर रूप भी धारण करो।
सन्ध्या समय दीपदान करें,
कुछ अच्छाई भी दान करें।
हर घर उम्मीद की रोशनी आए,
छोटी दीवाली की शुभकामनाएँ।
रचयिता
रीना सैनी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय गिदहा,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद -महाराजगंज।
नरक चतुर्दशी भी जानो आज।
अलग -अलग नाम हैं,
एक ही त्योहार पहचानो आज।
नरक चतुर्दशी का कारण जानो,
कहानी क्या थी यह पहचानो।
नरकासुर राक्षस था घातक,
इंद्र राज में मचाया आतंक।
भगवान कृष्ण ने किया संहार,
नरकासुर गया नरक द्वार।
नरकासुर का वध हुआ था,
चतुर्दशी के दिन ही हुआ था।
नरक चौदस भी कहा जाए,
दीपावली के एक दिन पहले आए।
इस दिन अभ्यंग स्नान करो,
सुंदर रूप भी धारण करो।
सन्ध्या समय दीपदान करें,
कुछ अच्छाई भी दान करें।
हर घर उम्मीद की रोशनी आए,
छोटी दीवाली की शुभकामनाएँ।
रचयिता
रीना सैनी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय गिदहा,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद -महाराजगंज।
Very nice ji.. thanks
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