७६- नीता जोशी, प्रा० वि० लखौरा, क्यारा, बरेली
मित्रो आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा के सरकारी कहे जाने वाले विद्यालय को नई दिशा और नई पहचान दिलाने वाली सम्मानित और वन्दनीय बहन नीता जोशी जी से करा रहे हैं। बहन जी ने हमें अपने स्वाभिमान और सम्मान की रक्षा करने का वह कुशल मंत्र दिया कि यदि हम चाह लें तो कितनी भी प्रतिकूल परिस्थितियाँ हो तब भी हम अपने हित सम्मान की रक्षा के लिए राह खोज सकते हैं। इसीलिए शायद कहा भी जाता है कि-
“जहाँ चाह, वहाँ राह„
जहाँ आज बेसिक शिक्षा की नीतियों कि दिशा और दशा एक विषम और नकारात्मक परिस्थितियों से गुजर रही है, वहीं हमारे कुछ अनमोल रत्न अपनी सकारात्मक सोच और राष्ट्र के प्रति सम्मानित भावना की शक्ति से विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए सफलता की नई दिशा तय कर रहे हैं।
सफलता की नई दिशा तय करने वालों में ही हमारी आदर्श शिक्षिका बहन नीता जोशी जी हैं जिन्होंने अपने विद्यालय की निम्नवत गतिविधियों द्वारा उपलब्धियों को अर्जित किया:----
जब नीता बहन जी 2009 में प्रा० वि० लखौरा, क्यारा, जनपद- बरेली में शिक्षक के रूप में आयी, तो उस समय विद्यालय अपनी विषम परिस्थितियों की बेबसी पर आंसू बहा रहा था। जहाँ मात्र 20-25 बच्चे खाना खा कर शिक्षा एवं शिक्षण की खानापूर्ति कर रहे थे। यही खाना और खानापूर्ति की नीति ने नीता बहन जी के मन को मनन करने पर मजबूर कर दिया।
यहीं से शुरू होती है। विद्यालय में परिवर्तन की नई दिशा, जिससे बदल जाती है अपनी बेबसी पर आंसू बहाने वाले एक विद्यालय की दशा। सबसे पहले उन्होंने विद्यालय में बच्चों को लाने के लिए जन सम्पर्क का सहारा लेते हुए, अभिभावकों को बच्चों के जीवन में शिक्षा का महत्व समझाया और विद्यालय में मिलने वाली बच्चों को सुविधाओं के सम्बन्ध में बताया और समझाया। इसके बाद बहन जी ने शिक्षा और परिवेशीय सुधार पर काम करना शुरू किया। जिससे कुछ समय बाद प्राईवेट स्कूलों को मात देना वाला सुन्दर गार्डन, सुन्दर, आकर्षक और सुसज्जित क्लास रूम एवं विद्यालय भवन तथा परिवेश बन कर तैयार हो गया। इन सब कार्यों के साथ - साथ विद्यालय में विभिन्न शिक्षण, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों द्वारा विद्यालय में 170 से 180 छात्र संख्या, पहले जो अभिभावक अपने बच्चों को काम पर भेजते थे वह अब पहले बच्चों को स्कूल भेजते हैं। जिससे विद्यालय में बच्चों की आदर्श उपस्थिति सहित अनेकों उपलब्धियों को प्राप्त किया। इन सभी उपलब्धियों और बेसिक शिक्षा को नई दिशा प्रदान करने के लिए आपको लोकमणि पुरस्कार,उत्तरायणी जनकल्याण समिति द्वारा सम्मानित, रोटरी क्लब द्वारा सम्मानित तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षक दिवस पर आदर्श शिक्षक के रूप में सम्मानित किया गया।
हम मिशन शिक्षण संवाद की ओर से नीता बहन जी के बेसिक शिक्षा में परिवर्तनशील सकारात्मक प्रयासों के लिए, सहयोगी -विद्यालय परिवार को शुभकामनाओं के साथ नमन करते हैं।
इसी के साथ हम आप सब से यह आशा करते हैं कि हम सबकी आपसी सीखने- सिखाने की सकारात्मक सोच की फैली हुई किरणें एक दिन बेसिक शिक्षा में नई रोशनी के लिए सूर्य के समान किरण पुंज बना कर नई राह दिखाने में मिशन शिक्षण संवाद में सहयोगी बनेंगे।
�मित्रों आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते हैं तो इस मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
हम सब हाथ से हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
विमल कुमार
कानपुर देहात
11/11/2016
विमल कुमार
कानपुर देहात
11/11/2016
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