८८-ताहिर अली पनवार, प्रा० वि० घिटौली, पिलाना, बागपत
मित्रो आज हम मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- बागपत में बेसिक शिक्षा के विद्यालय प्रा० वि० घिटौली, विकास खण्ड- पिलाना की ओर ले चल रहे हैैं। जहाँ बेसिक शिक्षा के अनमोल रत्न शिक्षक भाई ताहिर अली पवार ने अपनी सकारात्मक सोच की शक्ति से विद्यालय को वह पहचान दी है जो हम सब के लिए अनुकरणीय है। आपने अपने विद्यालय को परिवेश, पढ़ाई और खेलकूद आदि सभी गतिविधियों में अनुकरणीय और दर्शनीय बनाया है।
आज जहाँ बेसिक शिक्षा की चक्रव्यूही व्यवस्था, संसाधन और सहयोग किसी भी शिक्षक को कुण्ठित करने के लिए पर्याप्त होती हैं। फिर भी इस देश में एक ही सरकारी सेवक है जो अपने और अपने विद्यालय की प्रतिष्ठा और पहचान बचाने के लिए अपने वेतन सहित किसी भी सहयोग के लिए तैयार रहता है। फिर भी बिडम्बना यह है कि हम सब सार्वजनिक रूप से कलंकित कहे जाते हैं। कभी- कभी कष्ट भी होता है और गर्व भी होता है जब कोई शिक्षक भाई बहन कहता है कि हम विषम परिस्थितियों में भी आकस्मिक अवकाश नहीं ले पाते हैं। क्योंकि हम अकेले हैं, या हमने विद्यालय के बच्चों को अपने बच्चों के समान समझ कर इस बार इतने रुपये बच्चों पर और इतना विद्यालय के संसाधनों पर अपने वेतन का लगा दिए। जिसके लिए हमारी प्रसंसा तो सबने की लेकिन यह किसी ने नहीं पूछा कि आप को कोई परेशानी तो नहीं या यह सब आपने किस तरह बनाया हैं। कोई समस्या हो तो हमें भी सहयोग का मौका दें।
शायद इसीलिए विषम परिस्थितियों में भी अपने को शिक्षक बनाये रखने के लिए शिक्षक को राष्ट्र निर्माता कहा जाता है। हमारे लिए गर्व और गौरव की यही बात है कि हम राष्ट्र निर्माता हैं समाज के लिए दर्पण हैं और मनुष्य को मनुष्यता सिखाने के सबसे बड़े माध्यम है।
आइये देखते हैं विद्यालय की गतिविधियों और उपलब्धियों कोे जिसे आपने अपने साथी योगेन्द्र कुमार के सहयोग से अनुकरणीय बनाया है। जिसे आप दिये गये मिशन शिक्षण संवाद के फेसबुक पेज शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ पर दिए गये लिंक के माध्यम से देख सकते हैं।
मिशन शिक्षण संवाद की ओर से भाई ताहिर अली और उनको सहयोगी विद्यालय परिवार को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
विमल कुमार
कानपुर देहात
01/12/2016
विमल कुमार
कानपुर देहात
01/12/2016
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