"टीम क्षितिज मथुरा"
★ग्रामीण बच्चों को मिला सहारा क्षितिज का★
मित्रों जहाँ बेसिक शिक्षा में कभी नकारात्मकता और निराशा का माहौल दिखाई देता था। वहीं आज बेसिक शिक्षा में युवा अनमोल रत्नों की टीम गाँव और गरीब परिवेश की शिक्षा के उत्थान और शिक्षक के सम्मान के लिए सतत एवं सकारात्मक सोच के साथ टीम भावना से दृढ़ संकल्पित हैं।
"टीम क्षितिज मथुरा" द्वारा आयोजित 10 दिवसीय 'समर कैम्प' का भव्य समापन समारोह.......
ग्रीष्मावकाश में प्रा.वि.नगला छिंगा में चल रहे 10 दिवसीय 'समर कैम्प' का समापन समारोह बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा कैम्प में सीखे गये कौशलों का बहुत ही मनमोहक तरीके से प्रस्तुत किया गया। बच्चों ने नृत्य, गायन, योगा आदि की प्रस्तुतियों से कार्यकृम में चार चाँद लगा दिए।
कैम्प में प्रतिभाग करने वाले छात्रों को टीम क्षितिज मथुरा द्वारा "प्रशस्ति पत्र" तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पारितोषक磊賂雷 वितरित किये गए।
टीम "क्षितिज" को समर्पित-
दूर क्षितिज पर सूरज चमका, सुबह खड़ी है आने को
धुंध हटेगी,धूप खिलेगी,साल नया है छाने को।
साहिल पर यूं सहमे-सहमे वक्त गंवाना क्या यारों
लहरों से टकराना होगा पार समन्दर जाने को।
पेड़ों की फुनगी पर आकर बैठ गयी जो धूप जरा
आँगन में ठिठकी सर्दी भी आये तो गरमाने को।
साल गुजरता सिखलाता है,भूल पुरानी बातें अब
साज नया हो,गीत नया हो,छेड़ नये अफ़साने को।
अपने हाथों की रेखायें कर ले तू अपने वश में
आज क्षितिज है तेवर लाया नई उमंग जगाने को।।
मित्रों जहाँ बेसिक शिक्षा में कभी नकारात्मकता और निराशा का माहौल दिखाई देता था। वहीं आज बेसिक शिक्षा में युवा अनमोल रत्नों की टीम गाँव और गरीब परिवेश की शिक्षा के उत्थान और शिक्षक के सम्मान के लिए सतत एवं सकारात्मक सोच के साथ टीम भावना से दृढ़ संकल्पित हैं।
"टीम क्षितिज मथुरा" द्वारा आयोजित 10 दिवसीय 'समर कैम्प' का भव्य समापन समारोह.......
ग्रीष्मावकाश में प्रा.वि.नगला छिंगा में चल रहे 10 दिवसीय 'समर कैम्प' का समापन समारोह बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा कैम्प में सीखे गये कौशलों का बहुत ही मनमोहक तरीके से प्रस्तुत किया गया। बच्चों ने नृत्य, गायन, योगा आदि की प्रस्तुतियों से कार्यकृम में चार चाँद लगा दिए।
कैम्प में प्रतिभाग करने वाले छात्रों को टीम क्षितिज मथुरा द्वारा "प्रशस्ति पत्र" तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पारितोषक磊賂雷 वितरित किये गए।
टीम "क्षितिज" को समर्पित-
दूर क्षितिज पर सूरज चमका, सुबह खड़ी है आने को
धुंध हटेगी,धूप खिलेगी,साल नया है छाने को।
साहिल पर यूं सहमे-सहमे वक्त गंवाना क्या यारों
लहरों से टकराना होगा पार समन्दर जाने को।
पेड़ों की फुनगी पर आकर बैठ गयी जो धूप जरा
आँगन में ठिठकी सर्दी भी आये तो गरमाने को।
साल गुजरता सिखलाता है,भूल पुरानी बातें अब
साज नया हो,गीत नया हो,छेड़ नये अफ़साने को।
अपने हाथों की रेखायें कर ले तू अपने वश में
आज क्षितिज है तेवर लाया नई उमंग जगाने को।।
साभार:
नीरज कौशिक
मिशन शिक्षण संवाद मथुरा
नीरज कौशिक
मिशन शिक्षण संवाद मथुरा
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