१०६- रविन्द्र कुमार सिंह, प्रा० वि० भिटारी, काशी विद्यापीठ, वाराणसी

मित्रो आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से देवभूमि जनपद- वाराणसी के अनमोल रत्न शिक्षक भाई रविन्द्र कुमार सिंह जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच से अपने विद्यालय को आदर्श विद्यालय के रूप में स्थापित किया है। जहाँ पहले अनियमित और अव्यवस्थित का वातावरण था वहीं आज व्यवस्थित और नियमित कुछ नया करने और सोचने का वातावरण बन चुका है। जो आज कॉन्वेन्ट कहे जाने विद्यालयों से आगे निकलने के लिए सतत प्रयासरत एवं संघर्षरत है।
आइये जानते है रविन्द्र जी के विद्यालय के विकास की संक्षेप कहानी:---


प्रा०वि० भिटारी, वाराणसी में मेरे सफर की शुरूआत 3 सितम्बर- 2013 को प्र० अ ० के रूप में आरम्भ हुआ! विद्यालय में उस समय छात्र नामांकन तो ठीक था किन्तु भौतिक परिवेश में सुधार की ज्यादा आवश्यकता थी! मैने इस दिशा को ध्यान में रखते हुए कार्य आरम्भ किया! विद्यालय में mdm के समय सभी बच्चे लाइन में लग कर भोजन प्राप्त करते और जगह-जगह बैठकर खाते थे! सबसे पहले मेरे द्वारा इसपर जोर देते हुए टाटपट्टी बिछवाकर mdm का वितरण प्रारम्भ कराया गया! आज यह पूर्ण रूप से सफल है और सभी बच्चे कतार में एक साथ भोजन करते हैं! बच्चों की उपस्थिति के लिये मेरे द्वारा अध्यापकों के सहयोग से अभिभावकों से नियमित सम्पर्क किया गया ! कान्वेन्ट की तर्ज पर विद्यालय की दीवारों पर प्लास्टिक पेन्ट लगवाया गया तथा कार्यालय के फर्श पर मैट बिछवाया गया! विद्यालय तथा बच्चों के कार्यक्रमों का फ्लेक्स प्रिन्ट बनवाकर दीवारों पर लगवाया गया जिससे अन्य बच्चे भी प्रोत्साहित हुए! बच्चों को ड्रेस के साथ टाई, बेल्ट तथा परिचय पत्र का वितरण किया गया जिससे बच्चों का रूझान बड़ा! स्कूल चलो अभियान कार्यक्रम के साथ गाँव में जगह-जगह फ्लेक्स प्रिन्ट के माध्यम से अध्यापकों की शैक्षिक योग्यता को दर्शाया!छोटे-छोटे पर्चे छपवाकर विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओ को अभिभावकों मे वितरित करवाया गया ! विद्यालय को आकर्षक दिखने के लिये गमलों तथा क्यारियों में पौधे लगवाये गये! विद्यालय की इन सब विशेषताओ के कारण मानव संसाधन मन्त्रालय द्वारा जनपद के top-10 विद्यालयों की सूची मे पाँचवा स्थान मिला है! 6अगस्त 2016 को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया! विद्यालय के भौतिक परिवेश तथा गुणवत्ता से प्रभावित होकर उनके द्वारा 5 सितम्बर 2016 को शिक्षक दिवस के अवसर पर मुझे प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया! इस वर्ष का ड्रेस वितरण भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा किया गया! विद्यालय से प्रभावित होकर ngo परख द्वारा विगत वर्ष की परीक्षा में उत्तीर्ण प्रति कक्षा के तीन बच्चों को मेडल दिया गया तथा विद्यालय के सर्वोच्च अंक धारक को मेडल के साथ2100रू0 दिया गया! इसी ngo द्वारा बच्चों के लिये15000रू0 लगवाकर डेस्क बनवाया जा रहा है! स्वच्छता सन्बन्धी चित्रकला प्रतियोगिता में मेरे विद्यालय के बच्चे को ब्लाक मे प्रथम पुरस्कार जिलाधिकारी महोदय द्वारा मिला है!   
                                             रविन्द्र कुमार सिंह(प्र0अ0)             प्रा0वि0  भिटारी                             काशी विद्यापीठ                             वाराणसी
मित्रो आपने देखा कि किस प्रकार आपने अपने विद्यालय को धीरे-धीरे आम विद्यालय से खास और विश्वास के प्रतीक विद्यालय में बदल दिया। मिशन शिक्षण संवाद की ओर से आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
 
विमल कुमार
कानपुर देहात
22/12/2016

Comments

  1. Good job sir and God bless you

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  2. Good job sir and God bless you

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  3. Great work sir

    Would you please tell me about this mission in detail. Because I am new in this education department.

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