९०- लुबना वसीम प्रा० वि० दबरई, फिरोजाबाद

मित्रो आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- फिरोजाबाद से बेसिक शिक्षा की अनमोल रत्न बहन लुबना वसीम जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी शिक्षा और ज्ञान को बेसिक शिक्षा की अव्यवस्थित व्यवस्था को बदलने में क्रान्तिकारी रूप से परिवर्तन का प्रयास किया है। बेसिक शिक्षा में आज योग्यता और कुशलता की कमी नहीं है। कमी है तो सिर्फ ढर्रेबाजी व्यवस्था और नकारात्मक सोच की। हमारा तो यहाँ तक मानना है कि जिस दिन इस देश का बेसिक शिक्षा का सरकारी कहा जाने वाला शिक्षक सकारात्मक सोच के साथ शिक्षा व्यवस्था को बदलने पर उतर आयेगा। उसी दिन से देश की हजारों समस्याएं स्वतः समाप्त हो जायेगी। क्योंकि देश की आवादी का एक बड़ा हिस्सा आज भी अशिक्षा और संसाधनहीन गरीबी में जीवन जी रहा है। उसे केवल एक ही बदलने का माध्यम है शिक्षा।
शिक्षा ही मनुष्य के जीवन को और सामाजिक विषमता को बदलने का एक मात्र रास्ता है। यही मानवीय परिवर्तन की सोच ही बहन जी को बनाती है अन्य शिक्षकों से अलग।

तो आइये जानते है विद्यालय की व्यवस्था को बदलने के बहन जी और सहयोगी शिक्षकों प्रयास:--

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मैं लुबना वसीम (प्र०अ०) P.S.दबरर्इ फ़िरोज़ाबाद आप को अपने विद्यालय की कुछ गतिविधियों तथा उपलब्धियों से परिचित कराने हेतु सक्षिप्त विवरण मिशन शिक्षण एवं संवाद पर प्रस्तुत कर रही हूँ।

उच्च अधिकारीयों द्वारा 2015 में P.s दबरर्इ को अंग्रेजी माध्य्म से संचालित करने का निर्णय लिया गया।एक लिखित परीक्षा और साक्षात्कार को पास कर के लुबना वसीम, संध्या शर्मा  तबस्सुम ख़ातून, हनिका रानी तथा अफ़ज़ाल अहमद हम पांच लोगों को इस विद्यालय के संचालन की ज़िम्मेदारी मिली।

विद्यालय में बच्चों का शैक्षिक स्तर काफी निम्न था बच्चे हिंदी की किताब भी नहीं पढ पाते थे। इस हालत में उनसे  इंग्लिश रीडिंग की उम्मीद बेमानी थी। शुरुआत में ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को इंग्लिश पढ़ने के लिए मानसिक रूप से तैयार करना काफी मुश्किल लग रहा था।दुर्भाग्यवश हनिका रानी को (स०अ०) को अवैतनिक अवकाश पर जाना पड़ा।
बच्चों को मानसिक रूप से इंग्लिश पड़ने के लिए तैयार करने के लिए हम ने कुछ गतिविधियाँ प्रारंम्भ की जिस में इंग्लिश शब्द drill हमने प्रार्थना सभा में कराना शुरू किया। पहाड़ा वाचन, Gk प्रश्न, अख़बार वाचन और पी०टी० प्रार्थना सभा में होने वाली सामान्य गतिविधियाँ हैं।
हम चारों लोगों ने पूरी मेहनत और लगन से अपने विद्यालय के शैक्षिक स्तर को ऊँचा उठाने के लिए पूर्ण समर्पित कर दिया। टाई बेल्ट वितरण, बैग्स वितरण, समर कैम्प ,कला प्रतियोगिता, अखबार सम्पादन किचन गार्डन प्लांटेशन
आदि विधियों का असर बच्चों में दिखना शुरू हुआ है। अब कक्षा 1 के बच्चे 10 से 15 पार्ट्स ऑफ़ बॉडी बड़ी आसानी से सुनाते हैं कक्षा 2 के बच्चे बड़ी आसानी से इंग्लिश रीडिंग करते हैं हर बच्चा कला बनाने में दक्ष है।हिंदी, इंग्लिश बुक रीडिंग सभी करते हैं।

शैक्षिक स्तर के साथ -2 विद्यालय को नया रूप देने की भी पूरी कोशिश जारी है।सालों से खराब पड़े नल को अथक प्रयासों द्वारा ठीक करा गया। नया शौचालय बनवाने के लिए भी निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। किचन गार्डन और प्लांटेशन द्वारा भवन को नवीन लुक प्राप्त हुआ है।

ललितपुर सेमीनार हम लोगों के लिए बड़ी अभिप्रेरणा साबित हुई हैं।

बच्चों की आदतों में भी अंतर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है और हमारे प्रयास भविष्य भी जारी रहेंगे। विद्यालय में नामांकन इस वर्ष 175 है लेकिन छात्रों की रोज़ की उपस्थिति 90% से कम नहीं रहती।

मित्रो आपने देखा कि बहन जी ने स्वयं के प्रयासों से विद्यालय को गति देने का प्रयास किया जो सफलता की ओर अग्रसर हैं। शासन व सरकार ने इंग्लिश मीडिय का लोगो और शिक्षक तैनाती के अलावा शायद की कोई अतिरिक्त सहयोग किसी विद्यालय को दिया हो। जैसा कि अभी तक के परिचय के द्वारा मिशन शिक्षण संवाद ने अनुभव किया है।

बेसिक शिक्षा में परिवर्तन का प्रयास करने वाली बहन लुबना वसीम जी एवं सहयोगी विद्यालय परिवार को मिशन शिक्षण संवाद की ओर से उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

👉मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--

आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।

👉🏼नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।

उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।

साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
 
विमल कुमार
कानपुर देहात
08/03/2017

Comments

  1. पुरानी सारी यादें ताजा हो गईं। मिशन की प्रेरणा से हम अपने विद्यालय को बेहतर बनाने में सफल हुए। प्रयास अभी भी जारी है।

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