१४४- आशीष शुक्ल प्राथमिक विद्यालय बोझवा कुरसेली हरियावाँ हरदोई

मित्रो आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- हरदोई के चहुँमुखी प्रतिभा के धनी बेसिक शिक्षा के अनमोल रत्न युवा समाजसेवी शिक्षक भाई आशीष शुक्ला जी से करा रहे हैं। जिनमें मानवता की सेवा के मानवीय गुणों का स्पष्ट संस्कार झलकता है। जिसकी झलक हम आप आपके विद्यालय स्तर पर किये गये कार्यों एवं गरीब परिवार के बच्चों के मुख पर मुस्कान देखने के लिए शुरू किये गये  *Operation Resmile* जैसे स्वयंसेवी कार्यों से देख सकते हैं। सफर यहीं नहीं रूकता, बच्चों के साथ गरीब परिवार और अभिभावकों के  लिए *नेकी की दीवार*जैसे स्वयंसेवी कार्यों से भी देख सकते हैं।



जहाँ आज बेसिक शिक्षा के शिक्षक के लिए पग- पग पर बाध्यकारी बंधन ही नजर आता है, वही धन्य है हमारे मिशन के अनमोल रत्न जो हर बाधा को पार कर मानवता की रक्षा के लिए सतत प्रयासरत रहते हुए बेसिक शिक्षा को नई दिशाएं देने में लगे हैं। हम मिशन शिक्षण संवाद के सभी अनमोल रत्नों को कोटि- कोटि नमन करते हैं, क्योंकि बेसिक शिक्षा आज परिवर्तन के दौर से गुजर रही है जिसे परिणाम तक यही अनमोल रत्न पहुँचा सकते हैं।

तो आइये जानते हैं आपके द्वारा किए गये प्रयासों को आपके ही शब्दों में:----

*आशीष शुक्ल*
*प्रधान अध्यापक*
*प्राथमिक विद्यालय बोझवा कुरसेली विकास खंड हरियावां  जनपद हरदोई*

 *अँधेरे में एक उम्मीद की किरण...*.

साथियों  मैं हरदोई जनपद से हूँ और मेरी प्रथम नियुक्ति 2 जुलाई 2009 को सहायक अध्यापक के पद पर प्राथमिक विद्यालय कुंवरपुर विकास खंड- भरखनी में हुयी थी। वहाँं की दूरी मेरे निज निवास से 68 km थी इसलिए रोज जाना  आना संभव नही था। इसलिए वहीं पर एक कमरा लेकर विद्यालय में नियमित शिक्षण कार्य किया जिसका परिणाम ये हुआ कि वहीं से एक मेरा छात्र सोमेश कुमार  अगले वर्ष विद्या ज्ञान केंद्र  के द्वारा आयोजित परीक्षा में जिले से चुना गया तब मुझे इसका अहसास हुआ कि गाँव के बच्चे भी बहुत कुछ कर सकते हैं बस उनको मौका मिलना चाहिए ....।  पिछले वर्ष मेरी पदोन्नति हुयी जिसके फलस्वरूप मेरी नियुक्ति प्राथमिक विद्यालय बोझवा कुरसेली विकास खंड हरियावां में प्रधान अध्यापक के पद पर हुयी... । इस विद्यालय का निर्माण वर्ष 2012-13 था । जब मैं वहां गया तब एक सहायक शिक्षक व मैं ही विद्यालय को देख रहा था और विद्यालय वैसे ही चल रहा था जैसा एक सामान्य विद्यालय में सभी कार्य होते हैं । बीते माह मुझे मेरे छोटे भाई अभिषेक शुक्ल जो सीतापुर जनपद में सहायक अध्यापक पद पर है उसने मोहम्मद वाइज़ के बारे में बताया जिन्होंने मुझे whatsapp संवाद ग्रुप में जोड़ा जिसमें मैंने विभिन्न विद्यालयों को देखा और सोचा कि जब ये विद्यालय ऐसे बना सकते हैं तो मैं क्यों नही .... फिर क्या था मैंने विद्यालय में मौजूद सभी संसाधनों को देखा और 11 सितम्बर से इस कार्य की शुरुआत की जिसमें अभी भी बहुत काम हो रहा है।

👉1.मैंने प्रयास करके विद्यालय में 3 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति भी करायी जिससे सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा भी मिल सके।

👉2.और साथ ही मैदान की मरम्मत करायी क्योंकि विद्यालय एक खेत में बना है जिसके कारन ज़मीन ऊबड़ खाबड़ थी।

👉3.पानी के नल की भी बुरी हालत थी वह भी सही  कराया स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित की।

👉4.अब नियमित तौर पर अभिभावकों को जागरूक करना और उन्हें इस बात के लिए प्रेरित करना कि वो सभी अपने बच्चों को नियमित भेंजे और सभी सरकारी सुविधायों का लाभ उठायें  सभी समितियों का गठन किया।

👉5.खेल के प्रति रूचि उत्पन्न करने हेतु खेल के सामान की व्यवस्था की। अब नियमित रूप से सभी बच्चे फूटबाल और बैडमिंटन खेलते हैं।

👉6.  3 कमरे होने के कारण असुविधा अवश्य होती है लेकिन उसके लिए भी प्रयास जारी है।

👉7.पूर्व में नामांकन 211 था जिसमें से न आने वाले बच्चे जो कहीं और नाम लिखा कर विद्यालय में नहीं आते थे उनके बारे में जानकारी करने के बाद उनमें 57 नाम कम किये फिर 154 नाम बचे इस वर्ष नए प्रवेश 26 हुए हैं जो की गाँव की आबादी के हिसाब से सही हैं। उनके आने से 180 बच्चे नामांकित हैं।

👉8. मेरा पूरा ध्यान बच्चों की उपस्थिति पर है जितना अधिक हम बच्चों को विद्यालय के लिए आकर्षित कर सकें उतना अच्छा रहेगा।

👉9 ...समय समय पर अभिभावक समिति की बैठक भी आयोजित की जाती है।

👉10.एक बागवानी समिति भी बनी है जिसके  कारण कुछ बच्चों को पेंड़ पौधों की ज़िम्मेदारी दी गयी है।

👉11.गाँव के कुछ लोग कार्य को देखते हुए मेरी मदद को आगे भी आये।

👉12.विद्यालय के बच्चों को टाई बेल्ट आई कार्ड स्वेटर भी बाँट दिए हैं जिससे वो अपनी एक अलग पहचान बना सकें।

👉13.  एक अच्छा अध्यापक  बनने के लिए बच्चों  से सामंजस्य बनाने हेतु उनसे  नियमित प्रेमपूर्वक वार्तालाप करना प्रारम्भ किया उनसे  मित्रता की।

👉14. हर कक्षा से प्रत्येक माह 1 बालक और 1 बालिका जिसकी उपस्थिति कक्षा में सर्वाधिक होती है उसे सम्मानित करना .... इससे  अन्य बच्चे भी प्रेरित होते हैं।

👉15.विद्यालय में विद्युत आपूर्ति के लिए प्रयास जारी है इसी माह सफलता मिलने की संभावना फिर अपने पास से ही हर कक्षा में एक पंखा लगवाने की योजना...।

👉16. पढ़ाई के साथ- साथ नैतिकता और खेलों के प्रति, सामाजिक कार्यों में भागीदारी करने को भी प्रेरित करना...।

👉17.प्रत्येक कक्षा में TLM की व्यवस्था है जिससे रोचकता से पढ़ाई हो सके।

👉18.एक बात और जो मेरे पेशे से अलग है लेकिन एक इन्सान होने की वजह से वह भी ज़रूरी है जिसके अंतर्गत मैं  अपनी *Operation Re Smile Team* *के द्वारा अपने जनपद पर कई अलग-अलग अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का भी काम करते हैं जिसमें *जल संरक्षण अभियान, पर्यावरण संरक्षण अभियान और गर्मी में  नियमित जल प्याऊ लगवाने का अभियान वर्तमान में *OPERATION RESMILE*में  जिसके अंतर्गत ज़रूरत मंद बच्चों को खिलौने गर्म कपड़े किताबों को उपलब्ध कराना है .... इन सभी अभियानों बारे में facebook whatsapp की मदद से सभी तक पहुंँचाया जा रहा है....ताकि. अधिक से अधिक लोग उसमें भाग ले सकें....। *एक बात और अगर अपने साथियों का नाम न लूँ तो गलत होगा, इन दोनों अभियान में मेरे सभी साथियों श्याम जी गुप्ता, पंकज अवस्थी , अमित शुक्ल, अवनीश तिवारी, सचिन मिश्र, अजीत शुक्ल  का भी अपार सहयोग रहा है उन सबके बिना ये दोनों अभियान सफल नही होते......*

 प्रथम प्रयास है अगर कोई कमी रह गयी हो तो क्षमा करियेगा .... धन्यवाद🙏



 अंत में बस यही कहना चाहता हूँ की अभी कुछ माह ही हुए है जिसमें ये सब किया है और अपने आप किया है किसी अन्य की कोई मदद नही मिल पाई न ही किसी अधिकारी की न ही किसी और प्रतिनिधि की .... आगे भी जैसे- जैसे  आप सबसे प्रेरणा मिलती रहेगी वैसे ही और बच्चों के लिए कार्य करते  रहेंगे...।
*इस पथ का उद्देश्य नहीं है शांत भवन में रुक जाना ,  किन्तु पहुंचना उस मंज़िल पर जिसके आगे राह नहीं*

धन्यवाद.... *आशीष शुक्ल 8182814271, 9628184945*

मिशन शिक्षण संवाद की ओर से आशीष जी एवं सहयोगी विद्यालय परिवार को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

👉मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--

आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।

👉🏼नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।

उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।

साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ

विमल कुमार
कानपुर देहात
20/11/2016

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