१४५- दयाशंकर पाण्डेेय, पू०मा०वि० पननी, लोटन, सिद्धार्थनगर

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- सिद्धार्थनगर के सकारात्मक सोच और संघर्ष के प्रतीक प्रधानाध्यापक भाई दयाशंकर पाण्डेय जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के द्वारा पूर्व शिक्षकों द्वारा सौंपी गयी बिरासत को अभावों के बीच भी न सिर्फ संजोकर रखा बल्कि उसको गतिमान भी रखा है।
आज जहाँ बेसिक शिक्षा के विद्यालय छात्र नामांकन के लिए अनेकों अभियान चलाते है, फिर भी सफलता की प्रगति बहुत ही नकारात्मक तश्वीर बनाती है। वहीं शासन का असहयोगात्मक व्यवहार ही शायद विगत कुछ वर्षों से लगातार शिक्षक, विद्यालय और अभिभावकों के बीच विश्वास कमजोर करने का कारण भी हो सकता है। हमने अभी तक के अनुभव में यह दूसरा विद्यालय देखा है। जो बहुत बड़ी छात्र संख्या रखते थे। लेकिन एक कानपुर देहात का विद्यालय लगातार कम अध्यापक संख्या के कारण अपनी पहचान खोते हुए प्राइवेट विद्यालयों के दबाव में  टूटने की स्थिति में है लेकिन सिद्धार्थनगर जनपद का पूर्व माध्यमिक विद्यालय पननी, विकास खण्ड- लोटन का यह विद्यालय 500 छात्र संख्या के साथ मात्र पाँच शिक्षक और 6 कमरों के बीच अपने अस्तित्व को बचाने में अभी तक कामयाब है। आखिर क्या कारण रहा है कि सर्व शिक्षा अभियान और RTE के इतने बजटों के बीच इस विद्यालय के हिस्सा में न पर्याप्त भवन मिला, न पर्याप्त संख्या में शिक्षक मिले। धन्य है वहाँ के शिक्षक जो प्रति शिक्षक सौ छात्रों का शिक्षण कार्य और माध्याह्न भोजन जैसी व्यवस्था को मात्र हैण्डपम्प के माध्यम से चला कर अभिभावकों और बच्चों का विश्वास बनाये और बचाये रखने में सफल रहे हैं। जो हम सब को विपरीत परिस्थितियों में भी शिक्षा के उत्थान और शिक्षक के सम्मान के संकल्प की रक्षा के लिए प्रेरक शक्ति प्रदान करते हैं।
तो आइये जानते हैं कुछ संक्षिप्त विद्यालय का परिचय भाई दयाशंकर पाण्डेय जी से:-

मेरा नाम दयाशंकर पान्डेय है मेरा विद्यालय जनपद सिद्धार्थनगर के लोटन ब्लाक में स्थित है। मेरी नियुक्ति इस विद्यालय में 2013 में हुयी थी उस समय भी विद्यालय में संसाधनों का घोर आभाव था। न बिजली था, न  पानी, न शौचालय, न साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था। लेकिन फिर भी विद्यालय बच्चों और अभिभावकों के बीच विश्वास का प्रतीक था। इसी कारण एक समय इस विद्यालय की छात्र संख्या 700 तक पहुँच गयी थी। उसी विश्वास को आगे बढ़ाने के लिए मन में हमेशा से कुछ अच्छा करने की तमन्ना थी फिर पूरे समर्पण के साथ विद्यालय को आगे बढ़ाने में लग गया। आज मेरा विद्यालय जनपद के श्रेष्ठ स्कूलों में गिना जाता है। हर प्रकार की प्रतियोगिताओं में मेरे स्कूल के बच्चे परचम लहरा रहे हैं।
हम लोग कुल दो सहायक अध्यापक और तीन अनुदेशक लोग कार्यरत हैं। आज यह चर्चा में आया है कि शनिवार को नो बैग डे होगा जबकि हम लोग वर्षों से प्रत्येक शनिवार को बाल सभा का आयोजन अनिवार्य रूप से करते है। इस दिन सामान्य ज्ञान अन्त्यक्षरी लोकगीत अंग्रेजी की मीनिंग लघुनाटक गीत समसामयिक विषयों पर चर्चा आदि का आयोजन करते हैं।
विद्यालय की वेवसाइट , फेसबुक पेज , ईमेल आदि भी बनाया हूँ। आने वाले वर्षों में स्मार्ट क्लास की योजना है। आदर्श शिक्षक का पुरस्कार भी प्राप्त हुआ था।
विद्यालय में सुसज्जित प्रयोगशाला भी स्थापित है।
विद्यालय का E mail id. upspanani@gmail.com तथा फेसबुक पेज U P S panani lotan siddharth nagar. www.upspanani.jimdo.com वेवसाइड भी है।
विद्यालय में खेलकूद की काफी गतिविधियां संचालित होती हैं।
यह विद्यालय वर्ष 1989 में स्थापित हुआ था अपने स्थापना के समय से ही यहांँ के शिक्षक काफी अच्छे थे उन्हीं लोगों की बनाई नीव है जिस पर हम लोगों ने यह उपलब्धि हासिल की है।  हमारे विद्यालय में कुल छः शिक्षण कक्ष हैं। प्रत्येक कक्षा के दो-दो सेक्शन हैं छात्रों का अलग छात्राओं का अलग। शिक्षक की कमी की वजह से अक्सर एक क्लास को सम्मिलित करके बाहर फील्ड में पढ़ाई होती है। समस्या तो बहुत है लेकिन फिर भी हम लोग अपनी तरफ से सर्वोत्तम प्रयास कर रहे हैं।
बहुत-बहुत धन्यवाद भाई दया शंकर पाण्डेेय जी को जो इतना विभागीय असहयोग के बाबजूद आपने विद्यालय के विश्वास में कमी नहीं आने दी।
मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से आपको एवं आपके सहयोगी विद्यालय परिवार को उज्जवल भविष्य की कामनाओं के साथ बहुत बहुत शुभकामनाएं!
 मित्रों आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सवेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
 _आओ हम सब हाथ मिलायें।_
      _बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।_
 नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें।
☀ आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
_उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का  Whatsapp No.- 9458278429 ईमेल- shikshansamvad@gmail.com है।_
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ_
 
*विमल कुमार*
_कानपुर देहात_
17/05/2017
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