९६- सुखमीत कौर, प्रा० वि० हथौड़ा बुजुर्ग-2, भाबलखेड़ा, शाहजहाँपुर

मित्रो आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद-  शाहजहाँपुर की आदर्श एवं वन्दनीय बहन सुखमीत कौर जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और ऊर्जा से बेसिक शिक्षा के सरकारी कहे जाने वाले विद्यालय को सामाजिक विश्वास और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का ऐसा प्रतीक बनाया कि प्रत्येक अभिभावक का आपके विद्यालय में नामांकन कराने का स्वप्न बन गया है। जिससे आपके विद्यालय में कक्षा- कक्षों की पूर्ण क्षमता के अनुसार 330 बच्चों का नामांकन है।
आज जहाँ सरकार और शासन स्तर पर बेसिक शिक्षा की बेहतरी के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की जा रही हैं। तथा अनेकों शिक्षकों को सम्मानित भी किया जा रहा है। लेकिन यदि सरकार और शासन हमारे इन अनमोल रत्नों को सम्मानित करने के साथ सहयोग के लिए यह भी पूंछ लेते, कि आपको क्या और कितना हम सहयोग करें कि आप अपने विद्यालय को अधिकतम ऊँचाइयों तक पहुँचा सकते हो। तो हमें यह भरोसा कि हम और हमारे यह अनमोल रत्न अपनी सकारात्मक सोच की शक्ति से बेसिक शिक्षा को राष्ट्रीय ही नहीं अन्तर्राष्ट्रीय ऊँचाइयों तक पहुँचाने की समर्पित क्षमता रखते हैं।
यदि हमारी सुखमीत कौर जैसी शिक्षक बहनों और भाइयों को पूर्ण संसाधन, सहयोग और प्रोत्साहन मिले तो निश्चित ही तीन सौ नहीं, हजारों नहीं, लाखों अभिभावकों का स्वप्न होता बेसिक शिक्षा के परिषदीय स्कूलों में नामांकन कराने का।  जो बेसिक शिक्षा के लिए गर्व की बात होती। लेकिन हम बेसिक शिक्षा का यह दुर्भाग्य ही मानते हैं कि इस दिशा में आज भी हम सब सरकार और शासन के लिए अविश्वास के प्रतीक बन कर रह गये। 
तो आइये जानते हैं बहन जी की उस कर्मयोगी क्षमता को:--


  मैं प्राथमिक विद्यालय हथौड़ा द्वितीय, विकास क्षेत्र-भावलखेडा़, जनपद- शाहजहांपुर व उसके प्र०अ० श्रीमती सुखमीत कौर से परिचय कराना चाहता हूँ। शिक्षा, खेलकूद, पाठ सहगामी गतिविधियों व बालचर के मामले में यह विद्यालय शाहजहांपुर का सर्वोत्कृष्ट विद्यालय है। बहन सुखमीत के दिशानिर्देश व मेहनत के बल पर यहाँ 330 नामांकन है। कक्षा कक्ष की कमी नहीं होती तो और नामांकन होते। सभी बच्चों का नामांकन नहीं  होने के कारण हर साल अभिभावकों को निराश होना पड़ता है। प्राईवेट विद्यालयों में ताले लग गये। विद्यालय की उत्कृष्टता को देखते हुए विभाग ने इस विद्यालय को Model english medium School घोषित कर रखा है। इस विद्यालय के कक्षा में जाने व बच्चों की संप्राप्ति का स्तर देखने के बाद लगता है कि हम अपने सपनों के विद्यालय में आ गये हैं। बच्चे आपके प्रश्नों का उत्तर अंग्रेजी में देंगे। खेलकूद में यहाँ के बच्चे राज्य स्तर पर विजेता रहे हैं। यहाँ कब व बुलबुल की टीम है।अध्यापकों की कमी को आपने अपने संसाधन से प्राईवेट अध्यापकों की व्यवस्था कर दूर किया है। इसी कारण खण्ड शिक्षा अधिकारी से लेकर शिक्षा मंत्री तक ने यहाँ के प्रअ सुखमीत कौर को सम्मानित किया है।
साभारः सम्मानित श्री मनोज जी
मिशन शिक्षण संवाद की ओर से हम विद्यालय की प्र०अ० को बेसिक शिक्षा के हित और सम्मान की रक्षा के लिए कोटि-कोटि नमन करते हैं। तथा समस्त विद्यालय परिवार को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
 
विमल कुमार
कानपुर देहात
30/11/2016

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