१०९- संयोगिता, प्रा० वि० पोट्टा, हल्दौर, बिजनौर
मित्रो
आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- बिजनौर के प्रा०
वि० पोट्टा और उसकी अनमोल रत्न शिक्षिका बहन संयोगिता जी से करा रहे हैं।
जिन्होंने अपने विद्यालय को अपनी मेहनत और सकारात्मक सोच कीे शक्ति से
गुणवत्तापूर्ण शिक्षण गतिविधियों का केन्द्र बना दिया। आपने विद्यालय को टी
एल एम की विविधता से शिक्षण, अधिगम के अनुकूल एवं बच्चों के लिए आकर्षक और
हम सबके के लिए अनुकरणीय बना दिया। यही नहीं अधिगम के अतिरिक्त परिवेशीय
व्यवस्था में चार चाँद लगा दिये। जिससे आज हम सम्पूर्ण रूप से कह सकते हैं
आदर्श विद्यालय प्रा वि पोट्टा।
तो आइए देखते और जानते हैं कि बहन जी ने किस प्रकार अपने विद्यालय का प्रबंधन करते हुए आदर्श विद्यालय बनाया:---
https://www.facebook.com/story.php?story_fbid=1815144582096464&id=1598220847122173
सर मैं संयोगिता प्राथमिक विद्यालय पौटा में 2014 मे प्रधानाध्यापिका के पद पर नियुक्त हुई थी। .उस समय विद्यालय में न कोई tlm था न ही बच्चों में पढ़ने की रुचि ...सर मैने सर्वप्रथम विद्यालय के वातावरण को स्वच्छ और सुन्दर बनाने पर ध्यान दिया। जिससे आज मेरे विद्यालय का चयन जनपद में चल रही ज्योतिर्गमय योजना के अन्तर्गत आर्दश विद्यालय के रूप मे किया गया है..।
पहले मेरे विद्यालय के बोर्ड इतने खराब थे जो लिखते ही टूटने वाले थे..। आज हम लिखने के लिए whiteboard का प्रयोग करते हैं ..।
हम विद्यालय में दो शिक्षिका कार्यरत है छात्र संख्या 81 है.. जो प्रत्येक वर्ष बढ़ रही हैं ..। हम बच्चों को प्रतिदिन अपना सबसे बेहतर देने का प्रयास करते है..। आज हमारे विद्यालय के बच्चे अपने विद्यालय के लिए गर्व का अनुभव करते है। वर्तमान सत्र में हमने माइक, ड्रम, समरसेबिल मोटर फ़िटिग ,बच्चों के लिए पर्याप्त बर्तनों की व्यवस्था आदि मुख्य कार्य किए है..।
आपके द्वारा संचालित यह मंच भी बेहतर और बेहतर करने के लिए निरन्तर मार्गदर्शन प्रदान करता है ..।
वर्तमान माह में C.D.O.sir की meeting में मैने अपने विद्यालय के बच्चों की activities, rhyme, p.t.की video प्रस्तुत की जिनकी सर ने सराहना की ..।
मित्रो आपने देखा कि कैसे एक सरकारी विद्यालय को अपनी सकारात्मक सोच से ही बहन जी ने हंसता, खेलता, चहकता बालउद्यान बना दिया। इसी कर्मयोग को मिशन शिक्षण संवाद की ओर से विद्यालय परिवार सहित बहन जी को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
👉मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
👉🏼नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
विमल कुमार
कानपुर देहात
06/12/2016
तो आइए देखते और जानते हैं कि बहन जी ने किस प्रकार अपने विद्यालय का प्रबंधन करते हुए आदर्श विद्यालय बनाया:---
https://www.facebook.com/story.php?story_fbid=1815144582096464&id=1598220847122173
सर मैं संयोगिता प्राथमिक विद्यालय पौटा में 2014 मे प्रधानाध्यापिका के पद पर नियुक्त हुई थी। .उस समय विद्यालय में न कोई tlm था न ही बच्चों में पढ़ने की रुचि ...सर मैने सर्वप्रथम विद्यालय के वातावरण को स्वच्छ और सुन्दर बनाने पर ध्यान दिया। जिससे आज मेरे विद्यालय का चयन जनपद में चल रही ज्योतिर्गमय योजना के अन्तर्गत आर्दश विद्यालय के रूप मे किया गया है..।
पहले मेरे विद्यालय के बोर्ड इतने खराब थे जो लिखते ही टूटने वाले थे..। आज हम लिखने के लिए whiteboard का प्रयोग करते हैं ..।
हम विद्यालय में दो शिक्षिका कार्यरत है छात्र संख्या 81 है.. जो प्रत्येक वर्ष बढ़ रही हैं ..। हम बच्चों को प्रतिदिन अपना सबसे बेहतर देने का प्रयास करते है..। आज हमारे विद्यालय के बच्चे अपने विद्यालय के लिए गर्व का अनुभव करते है। वर्तमान सत्र में हमने माइक, ड्रम, समरसेबिल मोटर फ़िटिग ,बच्चों के लिए पर्याप्त बर्तनों की व्यवस्था आदि मुख्य कार्य किए है..।
आपके द्वारा संचालित यह मंच भी बेहतर और बेहतर करने के लिए निरन्तर मार्गदर्शन प्रदान करता है ..।
वर्तमान माह में C.D.O.sir की meeting में मैने अपने विद्यालय के बच्चों की activities, rhyme, p.t.की video प्रस्तुत की जिनकी सर ने सराहना की ..।
मित्रो आपने देखा कि कैसे एक सरकारी विद्यालय को अपनी सकारात्मक सोच से ही बहन जी ने हंसता, खेलता, चहकता बालउद्यान बना दिया। इसी कर्मयोग को मिशन शिक्षण संवाद की ओर से विद्यालय परिवार सहित बहन जी को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
👉मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
👉🏼नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
विमल कुमार
कानपुर देहात
06/12/2016
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