७०- आशीष कुमार मिश्रा, प्रा० वि० नीबाभरी, गिलौला जनपद-श्रावस्ती

मित्रों आज हम आपको एक और बेसिक शिक्षा के विद्यालय की ओर ले चल रहे हैं। जहाँ युवा अनमोल रत्न शिक्षक भाई आशीष कुमार मिश्र ने अपनी सकारात्मक सोच की शक्ति और सहयोगात्मक व्यवहार से विद्यालय में परिवर्तन का सराहनीय प्रयास किया है। जिससे आज विद्यालय में वह सभी सामान्य गतिविधियाँ शुरू हो चुकी है जो एक विद्यालय के विकास और विश्वास के लिए अति आवश्यक होती हैं।
आइये देखते हैं भाई आशीष जी एवं उनके सहयोगी प्रधानाध्यापक जी के सराहनीय प्रयास:--

31 दिसम्बर 2015 को मेरी नियुक्ति सहायक अध्यापक के पद पर प्राथमिक विद्यालय नीबाभारी में हुए तब विद्यालय का माहौल एक दम अलग था विद्यालय आने वाले बच्चों की संख्या काफी कम थी।
हमारा अनुभव डिग्री कॉलेज और बड़े बच्चों की जगह अब छोटे-2 बच्चों को पढ़ाना काफी आसान न था। लेकिन धीरे-2 ही सही विद्यालय को एक आदर्श विद्यालय बनाने का विचार मेरे मन में आने लगा था। जिसको लेकर सम्बंधित प्रधान शिक्षक श्री दिनेश मिश्र एवं सहायक अध्यापक राक्षराम जी से बात चीत की विद्यालय को टेक्नोलॉजी से जोड़ने के बारे में कहा इस विचार से श्री मिश्र जी काफी प्रभावित हुए जिसके पहलस्वरूप विद्यालय में रेडियो लाउड स्पीकर आदि का प्रबंध किया गया इन साधनों तथा लैपटॉप की मदद से बच्चों को यूट्यूब वीडियो की मदद से पढ़ना तथा प्रार्थना सभा का अयोजन किया जाने लगा बच्चों को प्रत्येक शनिवार बाल सिनेमा से जोड़ा गया विद्यालय में बच्चों की रूचि बढ़ने लगी इसके अलावा प्रभावी रूप से अभिभावक मीटिंग बुलाई गई जिसमें उन सभी से सहयोग की अपील की गयी।
इसके बाद विद्यालय के कायाकल्प में प्रधान शिक्षक श्री दिनेश मिश्र जी का विशेष सहयोग रहा जिनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से पूरी सर्दी प्रत्येक दिन सभी बच्चों को चाय का वितरण किया गया जिसका असर ये था कि बच्चे सर्दी में भी विद्यालय खुशी- 2 आते थे। इसके अलावा बच्चों की हर जरुरत का ध्यान रखा जा रहा है उनके पास कॉपी नहीं है पेन्सिल नहीं है तब भी वे विद्यालय आये उनको विद्यालय में ये सब उपलब्ध कराया गया है।
इन दिनों योग पर भी ध्यान दिया जा रहा है बच्चों को योग के साथ अंकुरित चने प्रत्येक दिन दिए जा रहे है
अभी प्रयास काफी करने है बस इतना ही कहूंगा कि शुरुआत हो गयी है। अब मंजिल बहुत दूर नहीं होगी।
सादर:
आशीष कुमार मिश्र
मित्रों आपने देखा कि आशीष जी ने किस प्रकार अपनी उच्च शिक्षा और उत्तम सकारात्मक विचारों के माध्यम से विद्यालय की दिशा और दशा बदलने जैसा महत्वपूर्ण कार्य किया है।
मिशन शिक्षण संवाद की ओर से आशीष जी एवं सहयोगी प्रधानाध्यापक भाई दिनेश जी सहित पूरे विद्यालय परिवार को बहुत-बहुत शुभकामनाएं!
 मित्रों आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सवेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
 _आओ हम सब हाथ मिलायें।_
      _बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।_
 नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें।
☀ आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
_उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का  Whatsapp No.- 9458278429 ईमेल- shikshansamvad@gmail.com है।_
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ_
 
*विमल कुमार*
_कानपुर देहात_
19/05/2017
 _शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ के  *फेसबुक पेज*_ _पर ऐसे ही अनेकानेक नवाचार देखने, पढ़ने और पेज लाइक करने के लिए क्लिक करें-_
1-फेसबुक
@ https://m.facebook.com/shikshansamvad/
2- Twitter
https://twitter.com/shikshansamvad?s=09
3- यू-ट्यूब
https://youtu.be/aYDqNoXTWdc

Comments

Total Pageviews