७९- पूनम गुप्ता प्रा० वि० बनामाई, भर्थना, इटावा

मित्रो आज हम मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से आपका परिचय जनपद- इटावा से बेसिक शिक्षा की अनमोल रत्न बहन पूनम गुप्ता जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच कीे शक्ति से अपने कार्यरत विद्यालयों को ढर्रेबाज व्यवस्था से हार नहीं मानी, लगातार अपने उद्देश्य और लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, कुछ करने की कहानी विद्यालय के विकास के साथ लिखती गयीं। यही आपका काम करने का ढंग और कोशिश कुछ करने की हम जैसे शिक्षकों के लिए प्रेरक बन गयी।
तो आइये जानते है बहन जी के विचारों की कहानी:--


मैं अपनी स्टोरी को  "कुछ करना हैं„  नाम दूँगी, क्योंकि  यही वह शब्द हैं जो मुझे कुछ करने की प्रेरणा देते है।
सन 2010 में मेरी joining प्रा० वि० लुधियानी में हुई। इसके बाद मेरा स्थानांतरण प्रा वि niwari khurd में हो  गया जहाँ मुझे iht बनना पड़ा, जहाँ 205 बच्चे थे और हम अकेले  वहाँ भी बच्चों के साथ कुछ तो करने का जोश था, शुरूआत भी की, लेकिन इसी बीच  2014 में मेरा प्रोमोशन प्रा वि बनामई, भर्थना में हो गया जब हम यहाँ आये तो विद्यालय में दो टीचर और नामांकित 83 बच्चो में मात्र 10 बच्चे सब अस्त - व्यस्त दोनों टीचर हम से उम्र मे बड़ी और 14 साल से नौकरी की बात- बात पर धमकी, खैर समय बीता मैंने सोचा ऐसे नहीं चलेगा मैंने अपने काम को शुरू किया, अभिभावकों को धीरे - धीरे समझाते हुए बात शुरू की। जिससे कुछ दिनों में हमारे काम से गाँव के अभिभावकों को परिवर्तन का विश्वास होना शुरू हो गया। उसके बाद नामांकित 83 में 30, फिर 40 धीरे -धीरे 60 से 70  बच्चों की उपस्थिति रहने लगी। मैंने उनके साथ खेलना शुरू किया छुट्टी टाइम से होने लगी गाँव में चर्चा होने लगी जो बच्चे प्राइवेट स्कूल में जाते थे। धीरे -धीरे वापस आ गए आज 101 बच्चे है कक्षा-2 का बच्चा 16 तक पहाड़े जानता हैं किताब भी पढता  हैं।
इसके बाद मैंने विद्यालय का परिवेश सही किया फर्श बनवाया। ऑफिस जिसमें पहले कोई जाता ही नहीं था। उसको maintain किया अब मैं सारे काम ऑफिस में  ही करती हूँ विद्यालय में कार्यक्रम होते हैं गाँव से अभिभावक आते है बच्चों की लगन देख कर वह उन्हें प्रोत्सहित करते हैं। फिर जो smc की मीटिंग कागजो में होती थी वह हमने धरातल पर की। इससे  बच्चों की उपस्थिति बढ़ गई। अभी मेरी कोशिश लगातार जारी हैं "कुछ करने की"
पूनम गुप्ता
प्रा० वि० बनामई
विकास खण्ड- भर्थना
जनपद- इटावा
बेसिक शिक्षा के लिए सदैव कुछ करने की कोशिश करने वाली बहन पूनम गुप्ता जी एवं सहयोगी विद्यालय परिवार को मिशन शिक्षण संवाद की ओर से उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
मित्रो आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
 
विमल कुमार
कानपुर देहात
05/12/2016

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