७५- सुमन जी, प्रा० वि० अजबपुर मांगाउली, मुरादनगर, गाजियाबाद

मित्रो आज हम मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा को शून्य से शिखर  का रास्ता दिखाने वाली आदर्श शिक्षिका बहन सुमन जी से आप का परिचय करा रहे हैं। आपने अपने अन्दर के शिक्षकत्व भाव को जगा कर एक ऐसे विद्यालय को उन असम्भव दिखाई देने वाली ऊँचाईयों तक पहुँचाया, जिसके बन्द करने की फाइल बेसिक शिक्षा विभाग तैयार कर रहा था। लेकिन अन्तिम कोशिश करने के उद्देश्य से पहुँची बहन ने उस उजड़े चमन में भी तीन मुरझाये पौधों से पैंसठ खिलते फूलों वाले पौधों की ऐसी बगिया तैयार की जिसकी खुशबू जनपद ही नहीं वरन मण्डल और प्रदेश स्तर तक फैल रही है। इसलिए बहन जी ने सच ही कहा कि---
“शिक्षा के बढ़ते कदम,
फला फूला उजड़ा चमन।„
तो आइये मित्रो देखते हैं आपके प्रयासों की फोटो एवं शब्दों के माध्यम से झलक---
मैं जब तीन सितम्बर- 2012 में प्रा० वि० अजब पुर मंगावली, विकास खण्ड- मुरादनगर, जनपद- गाजियाबाद पहुँची तो वहाँ की व्यवस्था देखकर दंग रह गयी कि ऐसा भी खराब स्थिति का विद्यालय होता है। जहाँ मात्र तीन बच्चे और एक शिक्षा मित्र, अस्त व्यस्त व्यवस्था के बीच विद्यालय बन्द करने की फाइल तैयार थी। मेरे एक - दो दिन असहज रूप से समय काटते हुए मन में विचार आया:--
“ क्या मेरी ड्यूटी स्कूल आकर और इन्हीं बच्चों को पढ़ा कर समाप्त हो जाती है। या इस उजड़े चमन में कुछ और फूल खिला सकती हूँ।„
तब मैंने अपने आप से वायदा किया कि मैं अपना सौ प्रतिशत विद्यालय और बच्चों को दूँगी और अपने उद्देश्य की प्राप्त हेतु मुहिम शुरू कर दी।
आज विद्यालय में 65 बच्चे हैं। इस सफर में घर- घर सम्पर्क से लेकर बच्चों के बाल कटवाने, नहलवाने और नाखून काटने के अलावा क्या - क्या हुआ वह सब आप लोगों के सामने है जिसे आप फोटो के माध्यम से भी देख सकते हैं।


गतिविधियाँ और उपलब्धियाँ:----
१- अभिभावकों से सतत सम्पर्क के साथ कला, क्राफ्ट द्वारा रोचक गतिविधि।
२- मीना का जन्म दिन आदि सांस्कृतिक पर्वों को धूम धाम से मनाना
३- शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से बच्चों को बैंकिंग व्यवस्था को समझाना तथा धार्मिक स्थलों के महत्व से परिचित कराना।
४- विद्यालय में पेड़- पौधों को लगाना।
५- राखी बनाना की कला का प्रदर्शन।
६-दीपावली मेला में रंगोली में प्रथम, क्राफ्ट में तृतीय आने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मान प्राप्त।
७- ब्लाक स्तरीय और जिली स्तरीय प्रतियोगता में डम्बल और पीटी में गोल्डमैंडल प्राप्त करना
८- राइजिंग फाउण्डेशन द्वारा बच्चों को स्पोर्ट यूनीफॉर्म का वितरण।
९- वाहिनी फाउण्डेशन द्वारा बच्चों को स्टेशनरी विवरण।
१०- विद्यालय में कम्प्यूटर शिक्षा के बेसिक कोर्स के सत्र का संचालन।
११- दोहा अन्ताक्षरी में बच्चों द्वारा मण्डल स्तर पर गोल्ड मैडल प्राप्त करना। और पी टी में तृतीय स्थान प्राप्त मंडल स्तप पर।
१२- दैनिक जागरण द्वारा विद्यालय के परिवर्तन को छापा गया।
१३- बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सम्मानित
१४- दस मार्च को महिला दिवस पर गीतांजलि वेलफेयर एजुकेशनल समिति द्वारा सम्मानित।
मित्रो आपने देखा कि एक विचार के परिवर्तन से पूरी स्थितियों को कैसे बदल दिया। जो व्यक्ति कल तक बच्चों को विद्यालय भेजने के नाम पर भड़कते थे। वहीं अभिभावक बच्चों द्वारा मैडल जीतने पर खुशिया मनाते हैं और बहन जी की सराहना करते हैं। इसलिए आइये हम सब भी अपना विचार बदल कर, बेसिक शिक्षा के प्रति समाज की सोच और व्यवहार बदलें।
ऐसी लगनशील, कर्मठ और बेसिक शिक्षा को समर्पित सम्मानित बहन सुमन जी को मिशन शिक्षण संवाद की ओर से विद्यालय परिवार सहित बहुत बहुत शुभकामनाएँ!
�मित्रों आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं तो इस मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा आयेगा।
हम सब हाथ से हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी सोच, ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।
साभार: शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ
 
विमल कुमार
कानपुर देहात
22/09/2016

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