६७- BEO अंकल, डॉ० सत्य प्रकाश यादव, खण्ड शिक्षाधिकारी जगदीशपुर, अमेठी

मित्रो आज हम आपको मिशन शिक्षण संवाद के अनमोल रत्नों के परिचय के क्रम में एक ऐसे शिक्षा अधिकारी से परिचय करा रहे हैं। जो शिक्षा अधिकारी से शिक्षकों के लिए सहयोगी और मार्गदर्शक शिक्षक तथा गाँव और ग्रामीण परिवेश के बच्चों के लिए BEO अंकल की भूमिका में नजर आते हैं।
जहाँ एक ओर अनेकों शिक्षा अधिकारी उस भय और कुशासन के प्रतीक नजर आते हैं। कि सामान्य शिक्षक नाम सुनते ही भयभीत हो जाता तथा सामने जाकर अपनी सही और वास्तविक समस्या कहने क़ी हिम्मत नहीं जुटा पाता है। वहीं आप जैसे शिक्षा अधिकारी बेसिक शिक्षा में प्रेम, सहयोग और बच्चों के लिए वात्सल्यता के प्रतीक बनकर दिन रात बेसिक शिक्षा के उज्ज्वल भविष्य के लिए समर्पित रहते है। अतः ऐसे समस्त शिक्षा अधिकारियों को मिशन शिक्षण संवाद बार - बार, हजार- बार नहीं बल्कि कोटि - कोटि बार नमन करता है।
आइये जानते हैं कि किस तरह आपने अपने कार्यरत विकास खण्ड से लेकर जनपद स्तर तक बेसिक शिक्षा में शिक्षकों और बच्चों के लिए प्रतियोगी और प्रतिस्पर्द्धात्मक परिवेश तैयार कर नवाचारी और सराहनीय कार्यों को किया:---


➡ गतिविधियाँ ::--
१-  ब्लाक स्तरीय *निबन्ध प्रतियोगिका* की शुरुआत कर जनपद स्तर तक शुरू कराना। विजेता बच्चों को पुरस्कृत करना और कराना।
२- सामान्य ज्ञान प्रश्नों पर आधारित *"कौन बनेगा विजेता„* प्रतियोगिता का आयोजन कराना। जिसका बच्चों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया। विजेता बच्चों का पुरस्कार द्वारा उत्साहवर्धन किया गया।
३-  विकास खण्ड स्तर पर *शैक्षिक प्रदर्शनी* का आयोजन कराना।
४- आस-पास के कमजोर बच्चों को *स्वयं पढ़ाना*।
५- होशियार बच्चों को *निःशुल्क कोचिंग* पढ़ाकर विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयारी कराना। जिससे प्रेरित होकर अनेकों शिक्षकों द्वारा निःशुल्क कोचिंग पढ़ाकर बच्चों के सर्वांगीण विकास में जुटना। इससे अनेकों बेसिक शिक्षा के बच्चों का *नवोदय और विद्याज्ञान आदि परीक्षाओं में चयन शुरू होना।*
६- बच्चों के लिए *वार्षिक पत्रिका उद्गार*  प्रकाशित कराना। जिसमें बच्चों के लेख, कविता और कहानियों आदि का छपना आदि आपके बेसिक शिक्षा में विशिष्ट नवाचार हैं।
७-  बच्चों के जन्मोत्सव कार्यक्रमों में सहभागिता कर उत्साह बढ़ाना।
➡ उपलब्धियाँ :::----
आपके उपर्युक्त सराहनीय नवाचारों और प्रयासों से विकास खण्ड जगदीशपुर, जनपद- अमेठी के दर्जनों विद्यालय *प्राईवेट विद्यालयों को टक्कर देकर पीछे छोड़ने* की स्थिति में पहुँच रहे हैं। जिनमें कुछ विद्यालय तो प्राइवेट छोड़ परिषदीय विद्यालय अभिभावकों के लिए पहली पसन्द बन गये हैं जहाँ एडमीशन के लिए अभिभावकों में जबरदस्त मारामारी रहती है।
इन सब उत्कृष्ट कार्यों के लिए आपको राष्ट्रीय पुरस्कार से तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री जी द्वारा सम्मानित भी किया गया।
बेसिक शिक्षा के उत्थान के लिए सतत प्रयासरत रहने वाले सम्मानित शिक्षा अधिकारी *डॉ सत्य प्रकाश यादव जी जनपद- अमेठी* को मिशन शिक्षण संवाद के सहयोग की आकांक्षा के साथ बहुत-  बहुत शुभकामनाएँ!
साभारः कुलदीप साहू जगदीशपुर, अमेठी
�मित्रों आप भी यदि बेसिक शिक्षा विभाग के सम्मानित शिक्षक हैं तो इस मिशन संवाद के माध्यम से शिक्षा एवं शिक्षक के हित और सम्मान की रक्षा के लिए हाथ से हाथ मिला कर अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनें और शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप लोग हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सबेरा आयेगा।
हम सब हाथ से हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक अच्छे कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
*उपलब्धियों का विवरण और फोटो भेजने का WhatsApp no- 9458278429 है।*
साभार: *शिक्षण संवाद एवं गतिविधियाँ*
 
विमल कुमार
कानपुर देहात
27/08/2016

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