ऑनलाइन शिक्षण
नव प्रेरणा नवसृजन।
नव चेतना नवव्यंजना
ऑनलाइन शिक्षण साधना,
शासन की उत्कृष्ट योजना
नव ...........…......................
1. जब भी भीषण काल आए,
शिक्षक ही देवदूत बन जाए,
छात्र की पीड़ा सही नहीं जाए,
सही जाए न।
2. दृष्टि अमोल है, सृष्टि अनमोल,
बाल शिक्षण की नीति अमोल,
दूरस्थ शिक्षण मन को भाये,
बाल मन भुलाये न।
नव प्रेरणा.........................
रचयिता
ई0 ए0 जॉर्ज एंथोनी,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक वोद्यालय काशीनगर,
विकास खण्ड-बबीना,
जनपद-झाँसी।
नव चेतना नवव्यंजना
ऑनलाइन शिक्षण साधना,
शासन की उत्कृष्ट योजना
नव ...........…......................
1. जब भी भीषण काल आए,
शिक्षक ही देवदूत बन जाए,
छात्र की पीड़ा सही नहीं जाए,
सही जाए न।
2. दृष्टि अमोल है, सृष्टि अनमोल,
बाल शिक्षण की नीति अमोल,
दूरस्थ शिक्षण मन को भाये,
बाल मन भुलाये न।
नव प्रेरणा.........................
रचयिता
ई0 ए0 जॉर्ज एंथोनी,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक वोद्यालय काशीनगर,
विकास खण्ड-बबीना,
जनपद-झाँसी।
Very nice poem
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