ऑनलाइन पढ़ें

आओ हम सब पढ़ाएँ ऑनलाइन
सरकारी निर्देशों का करें पालन।

आई. सी. टी. का करें उचित उपयोग
लॉकडाउन में करें समय का सदुपयोग।

बच्चे हैं जग उपवन के कोमल फ़ूल
इन पर न चुभने दें कोई शूल।

ऐसी त्रासदी में नहीं कोई विकल्प
शिक्षा को बच्चों तक पहुँचाना है संकल्प।

नन्हें-नन्हें हाथों में कलम सजाना है
आशा की नई किरण जगाना है।

निराशा से न मुरझाए एक भी सुमन
हरा भरा रहे बच्चों का उपवन।

जन-जन को स्वस्थ बनाना है
कोरोना से स्वयं को बचाना है।

शिक्षा को समृद्ध बनाना है
स्वस्थ समाज का निर्माण करना है।

जन जागरूकता को बढ़ाना है
सामाजिक सहयोग मिलकर करना है।

हर जन को हाथ बढ़ाना है
हम सबको ऑनलाइन पढ़ाना है।

रचयिता
रंजना डुकलान,
सहायक अध्यापक, 
राजकीय प्राथमिक विद्यालय धौडा़,
विकास खण्ड-कल्जीखाल,
जनपद-पौड़ी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।

Comments

  1. बहुत सुंदर संजोते है आप शब्दों को ।ढेर सारी बधाई।

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