अद्भुत मिशन शिक्षण संवाद

अद्भुत है मेरा मिशन संवाद,
न तर्क-वितर्क, न वाद-विवाद।

ज्ञान गंगा का है ये सागर,
मोती चुन लो भर लो गागर।
विद्वानों का मेला, ज्ञानियो का संगम,
आयी हूँ करने, मैं भी समागम।
पूजा मैम की ज्ञानोपयोगी गीत,
बच्चों को देतीं हर पल सीख।
कहाँ तक तारीफ करूँ बरेली की शान,
प्रशांत अग्रवाल है उनका प्यारा नाम।
गणितीय आकार कविता में पिरोया,
पहेली से बच्चों को रूबरू कराया।
आसिया मैम डालतीं कलरव में जान,
अंजू मैम हमारे बाँदा की शान।
सुधा मैम अपने संकुल की आन,
कहाँ तक करूँ इन सबका बखान।
राजेश सर महुआ के गणित प्रभारी,
तर्क इनके रहते हैं सब पर भारी।
सिराज सर की मोहक चित्रकारी,
शीला मैम की tlm की तैयारी।
सपना मैम का गजब है तरीका,
हेमा मैम से बहुत कुछ सीखा।
माधुरी मैम की निराली चिड़िया रानी,
अभिलाषा मैम बनाएँ किस्मत की चाबी।
कहाँ तक बड़ाई करूँ और करूँ कितना,
मिशन संवाद लगे विस्तृत नभ जितना।
इसकी प्रशंसा मैं क्या-क्या बताऊँ,
तुच्छ जीव सूरज को दीपक दिखाऊँ।।
       
रचयिता
नम्रता श्रीवास्तव,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बड़ेह स्योढ़ा,
विकास खण्ड-महुआ,
जिला-बाँदा।

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