विश्व मलेरिया दिवस
25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाते हैं।
मलेरिया को मादा एनोफलीज मच्छर फैलाते हैं।।
प्लाजमोडियम परजीवी से रोग है फैलता।
स्वस्थ व्यक्ति के है लीवर में पहुँचता।।
बुखार, उल्टी, दस्त का आना।
साँस मे तकलीफ़, खून की कमी का होना।।
ये सारे हैं इनके लक्षण।
ये रोग फैलाते हैं केवल मच्छर।।
मलेरिया के इजाज में कुनैन थी दी जाती।
Clroquine और Hidroxy cloroquine इसका स्थान ले चुकी।।
25 अप्रैल 2008 को विश्व मलेरिया दिवस को अपनाया।
UNICEF और WHO ने कारगर कदम उठाया।।
2008 से प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
जो लोगों को जागरूक बनाता है।।
जागरूक होने से यदि हो इसका नियंत्रण।
तो फिर क्यों न? हम इसे मनाएँ प्रतिवर्ष।।
रचयिता
उषा देवी,
प्रभारी प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय तलकापुर,
विकास खण्ड- हथगाम,
जनपद - फतेहपुर।
मलेरिया को मादा एनोफलीज मच्छर फैलाते हैं।।
प्लाजमोडियम परजीवी से रोग है फैलता।
स्वस्थ व्यक्ति के है लीवर में पहुँचता।।
बुखार, उल्टी, दस्त का आना।
साँस मे तकलीफ़, खून की कमी का होना।।
ये सारे हैं इनके लक्षण।
ये रोग फैलाते हैं केवल मच्छर।।
मलेरिया के इजाज में कुनैन थी दी जाती।
Clroquine और Hidroxy cloroquine इसका स्थान ले चुकी।।
25 अप्रैल 2008 को विश्व मलेरिया दिवस को अपनाया।
UNICEF और WHO ने कारगर कदम उठाया।।
2008 से प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
जो लोगों को जागरूक बनाता है।।
जागरूक होने से यदि हो इसका नियंत्रण।
तो फिर क्यों न? हम इसे मनाएँ प्रतिवर्ष।।
रचयिता
उषा देवी,
प्रभारी प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय तलकापुर,
विकास खण्ड- हथगाम,
जनपद - फतेहपुर।
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