तम्बाकू निषेध
बात गौर से यह सुनो!
नशा नहीं जीवन चुनो।
पीकर सिगरेट-बीड़ी,
मत चढ़ो मौत की सीढ़ी।
जो खाओगे खैनी-गुटका,
मुख कैंसर देगा झटका।
हुक्के से भी बना लो दूरी,
स्वस्थ फेफड़े बड़े जरूरी।
गाँजा-सुलफा न लो भांग,
ये विषधर-जहरीले नाग।
चैन छीनती बैरिन ड्रग्स,
धीमी मौत मरे है शख्स।
कर्क रोग तम्बाकू लाती,
जीवन को है नर्क बनाती।
बुरे कर्म भी नशा के जैसे,
पाप कराते कैसे-कैसे।
सुखद नशा है भोजन का,
सुन्दर कर्म प्रयोजन का।
रचयिता
राजबाला धैर्य,सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय बिरिया नारायणपुर,
विकास खण्ड-क्यारा,
जनपद-बरेली।
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