विश्व तंबाकू निषेध दिवस

नशा है एक गंभीर बीमारी,

इससे परेशान है दुनिया सारी।।


युवाओं में बढ़ता जा रहा,

नशीली दवाओं का दुरुपयोग।।


रात दिन पनप रही यह बीमारी,

लगातार है मौतों का सिलसिला जारी।।


1987 में विश्व स्वास्थ संगठन द्वारा, 

एक उपयोगी प्रस्ताव लाया गया।।


31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस,  

के रूप में विश्व भर में मनाया गया।।


भारत ने भी 2003 में अधिनियम बनाया, 

सार्वजनिक स्थानों में धूम्रपान को निषिद्ध बताया।।


नशा मनुष्य को बर्बाद कर देता है,

हजारों बीमारियों को निमंत्रण देता है।।


जब मनुष्य नशे का आदी हो जाता है,

स्वयं मृत्यु का कारण बन जाता है।।


लाखों परिवार तबाह हो जा रहे हैं,

जब से नशे के कारोबार बढ़ रहे हैं।।


आओ हम सब मिल जुलकर,

समाज में जागरूकता लाएँ।।


नशा मुक्ति अभियान चलाकर,

भारत को नशा मुक्त बनाएँ।।


रचनाकार

मृदुला वर्मा,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,

विकास खण्ड-अमरौधा,

जनपद-कानपुर देहात।



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