हिन्दी पत्रकारिता दिवस
समाज में घटित घटनाओं को,
देते यह अखबार में स्थान।
कब, कहांँ, कैसे, क्यों हो रहा?
आईना दिखाता है इनकी शान
अच्छा-बुरा हो या झूठ-फ़साद,
सज जन-जन में लाना काम।
पर्दे के पीछे रह कर करते,
सच्चे प्रहरी सा अपना काम।
कलम की ताकत सर्वोपरि है,
चौथा स्तंभ है, पत्रकारिता नाम।
सच बयानी खतरों में भी करते,
कर्तव्य निभाते सदा बन अंजान।
30 मई 1826 में कलकत्ता से,
पहला हिन्दी अखबार निकाला आम।
पंडित जुगल किशोर ने किया,
हिन्दी पत्रकारिता पर शुरु काम।
न्याय मिले सभी को, हो अधिकार,
सच ही बोले, यह है कलम सम्मान।
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर आज,
हर पत्रकार को कोटि-कोटि प्रणाम।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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