वीर सावरकर
विनायक दामोदर सावरकर,
थे कट्टर तर्क बुद्धिवादी।
वकील, राजनीतिज्ञ कवि लेखक,
नाटककार प्रखर राष्ट्रवादी।।
आर्थिक संकट सहकर भी,
उच्च शिक्षा प्राप्त किया।
अभिनव भारत स्थापित कर,
लंदन में प्रवास किया।।
राजनीतिक गतिविधियाँ कीं,
इंडिया हाउस से संचालित।
वार ऑफ इंडियन इंडिपेंडेंस लिख,
देशभक्तों को किया प्रेरित।।
देश सेवा ही ईश्वर सेवा,
मंत्र जीवन भर अपनाए।
दोबारा जन्म में कारावास की,
प्रथम विचित्र सजा भी पाए।।
स्वतंत्रता के बाद सर्वप्रथम,
गोवा मुक्ति की आवाज उठाई।
चीन करेगा भारत पर हमला,
पहले से ही बात बताई।।
राष्ट्रवाद का नारा देकर,
देश सेवा को सफल किया।
व्यक्तित्व और कृतित्व को
कलम ने है प्रणाम किया।।
रचयिता
ज्योति विश्वकर्मा,
सहायक अध्यापिका,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय जारी भाग 1,
विकास क्षेत्र-बड़ोखर खुर्द,
जनपद-बाँदा।
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