करतार सिंह सराभा
24 मई, 1896,
जन्म भूमि लुधियाना।
मात्र 19 वर्ष की आयु में,
फाँसी पर चढ़ जाना।।
मंगल सिंह पिता थे उनके,
माता साहिब कौर।
भारत माता के सपूत थे,
वीरों में सिरमौर।।
हाईस्कूल तक किया पढ़ाई,
सीखी कई भाषाएँ।
बंग-भंग आन्दोलन ने,
आजादी के बीज पनपाये।।
सैनिक छावनियों में घूमे,
सैनिकों को किया प्रेरित।
अंग्रेजी सत्ता के विरूद्ध,
करते रहे संगठित।।
जेल में भी हाथ-कड़ी,
बेड़ियों से युक्त रखा जाता था।
उनके शौर्य साहस से,
ब्रिटिश प्रशासन थर्राता था।।
कोटि-कोटि चरणों में नमन है,
आजादी की आभा।
जन्म दिवस पर कोटि बधाई,
करतार सिंह सराभा।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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