रमजान
कितना सुंदर कितना प्यारा,
होता है यह पावन महीना,
वर्ष भर हमें इंतजार कराता।
यह रमजान का महीना।।
पवित्र कर्मों के करने का,
होता है यह पावन महीना।
पूरे माह इबादत कराता,
यह रमजान का महीना।।
इसी माह की 27 वीं को,
अवतरण हुआ ग्रंथ कुरान का।
पूरे माह कुरान की इबादत कराता
यह रमजान का महीना।।
वर्ष भर के गुनाहों की,
याद दिलाता यह पावन महीना।
करके इबादत गुनाहों को कम कराता
यह रमजान का महीना।।
पूरे माह लोग रोजा रखते,
लोगों में खैरात बँटवाता यह महीना।
रोजे से होता है खुद पर काबू,
नेकियों का बसंत कहलाता यह रमजान का महीना।।
ईद मनाते हैं खुशियाँ आती,
ऊँच-नीच का भेद मिटाता यह महीना।
छोटे बड़े सब गले हैं मिलते,
पवित्रता का बोध कराता यह रमजान का महीना।।
रचयिता
साधना,
प्रधानाध्यापक
कंपोजिट स्कूल ढोढ़ियाही,
विकास खण्ड-तेलियानी,
जनपद-फतेहपुर।
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