सरस्वती वन्दना
तन-मन मेधा पावन करती।
भूमि-भवन में साधन धरती।
पयस्वती- पयस्वती।
पावका नः सरस्वती।।
शक्ति -भक्ति सहयुक्ति निखरती।
विजय ध्वजा उनमुक्ति फहरती।
यशोमती-यशोमती।
पावका न: सरस्वती।
यज्ञ भावना, व्योम विहरती।
सुयश उषा जय निशा ठहरती।
स्वस्तिमती -स्वस्तिमती।
पावका नः सरस्वती।।
तन-मन मेधा पावन करती।
तन-मन मेधा पावन करती।।
रचयिता
प्रतिभा भारद्वाज,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यामिक विद्यालय वीरपुर छबीलगढ़ी,
विकास खण्ड-जवां,
जनपद-अलीगढ़।
भूमि-भवन में साधन धरती।
पयस्वती- पयस्वती।
पावका नः सरस्वती।।
शक्ति -भक्ति सहयुक्ति निखरती।
विजय ध्वजा उनमुक्ति फहरती।
यशोमती-यशोमती।
पावका न: सरस्वती।
यज्ञ भावना, व्योम विहरती।
सुयश उषा जय निशा ठहरती।
स्वस्तिमती -स्वस्तिमती।
पावका नः सरस्वती।।
तन-मन मेधा पावन करती।
तन-मन मेधा पावन करती।।
रचयिता
प्रतिभा भारद्वाज,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यामिक विद्यालय वीरपुर छबीलगढ़ी,
विकास खण्ड-जवां,
जनपद-अलीगढ़।
Nice wordings
ReplyDeleteTnxxxji
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