गणतन्त्र दिवस/26 जनवरी
उठो वीर सपूतों हमको आज़ादी बचानी है,
बड़ी मुश्किलों से पाई हमने ये आज़ादी है।
लहू बहाकर लाखों ने इस देश की आन बचाई है,
खुद मर मिटकर वीरों ने तिरंगे की शान बढ़ाई है।
माओं ने बेटों की बलि दे दी,
सुहागिनों ने सुहाग मिटाए हैं।
लाखों बच्चे हुए यतीम,
तब जाकर आयी आज़ादी है।
है बहुत शुभ दिन ये गणतन्त्र हुआ
यह देश हमारा,
नियम से चलें सब वासी इसके
संविधान ने हमको सिखलाया, समझाया।
71वाँ गणतन्त्र दिवस है यह
आओ मिलकर यह प्रण उठायें।
कभी न टूटे यह देश हमारा,
तिरंगे की शान बढ़ती ही जाए।
तिरंगे की शान बढ़ती ही जाए,
तिरंगे की शान बढ़ती ही जाए।
रचयिता
अंजली मिश्रा,
सहायक शिक्षिका,
प्राथमिक विद्यालय टिकरा,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फतेहपुर।
बड़ी मुश्किलों से पाई हमने ये आज़ादी है।
लहू बहाकर लाखों ने इस देश की आन बचाई है,
खुद मर मिटकर वीरों ने तिरंगे की शान बढ़ाई है।
माओं ने बेटों की बलि दे दी,
सुहागिनों ने सुहाग मिटाए हैं।
लाखों बच्चे हुए यतीम,
तब जाकर आयी आज़ादी है।
है बहुत शुभ दिन ये गणतन्त्र हुआ
यह देश हमारा,
नियम से चलें सब वासी इसके
संविधान ने हमको सिखलाया, समझाया।
71वाँ गणतन्त्र दिवस है यह
आओ मिलकर यह प्रण उठायें।
कभी न टूटे यह देश हमारा,
तिरंगे की शान बढ़ती ही जाए।
तिरंगे की शान बढ़ती ही जाए,
तिरंगे की शान बढ़ती ही जाए।
रचयिता
अंजली मिश्रा,
सहायक शिक्षिका,
प्राथमिक विद्यालय टिकरा,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फतेहपुर।
Very nice
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