हम भारत के बच्चे हैं
हम भारत के बच्चे हैं,
हम देशभक्त बन जाएँगे।
वीर अभिमन्यु बनकर हम,
चक्रव्यूह तोड़ दिखाएँगे,
धीर बनेंगे, वीर बनेंगे,
गांधी, नेहरू, पटेल बनेंगे।
हम भारत के बच्चे हैं,
अमर शहीद कहलाएँगे।
ध्वज कभी न झुकने देंगे,
देश की सीमा पर जा लड़ेंगे।
इतिहास रचेगा काम हमारा,
भारत के रत्न बन जाएँगे।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,
राष्ट्र एकता की पहचान बनेंगे।
पूरब से पश्चिम तक लेकर,
हिंदुस्तानी साथ चलेंगे।
आओ की आया है "राष्ट्र पर्व"
मिलकर राष्ट्र गान पढ़ेंगे।
जय हिंद का नारा लगाकर,
देश की जय जयकार करेंगे।
हम भारत के बच्चे हैं,
हम भारत माँ को प्यार करेंगे।
रचयिता
आसिया फ़ारूक़ी,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय अस्ती,
नगर क्षेत्र-फतेहपुर,
जनपद-फतेहपुर।
हम देशभक्त बन जाएँगे।
वीर अभिमन्यु बनकर हम,
चक्रव्यूह तोड़ दिखाएँगे,
धीर बनेंगे, वीर बनेंगे,
गांधी, नेहरू, पटेल बनेंगे।
हम भारत के बच्चे हैं,
अमर शहीद कहलाएँगे।
ध्वज कभी न झुकने देंगे,
देश की सीमा पर जा लड़ेंगे।
इतिहास रचेगा काम हमारा,
भारत के रत्न बन जाएँगे।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,
राष्ट्र एकता की पहचान बनेंगे।
पूरब से पश्चिम तक लेकर,
हिंदुस्तानी साथ चलेंगे।
आओ की आया है "राष्ट्र पर्व"
मिलकर राष्ट्र गान पढ़ेंगे।
जय हिंद का नारा लगाकर,
देश की जय जयकार करेंगे।
हम भारत के बच्चे हैं,
हम भारत माँ को प्यार करेंगे।
रचयिता
आसिया फ़ारूक़ी,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय अस्ती,
नगर क्षेत्र-फतेहपुर,
जनपद-फतेहपुर।
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