उत्तराखंड की एक झलक
राज्य के उत्तर में उत्तरकाशी,
सजा सँवरा ऐसे जैसे खूबसूरत नक्कासी।
फिर देहरादून का आता स्थान है,
राज्य की राजधानी, यहाँ प्रमुख संस्थान है।
हरिद्वार कहलाता है गंगाद्वार,
कुम्भ महाकुम्भ यहाँ होते करते गंगा में स्नान हैं।
टिहरी पर्वतों के बीच अनोखा सौन्दर्य,
झील देख रोमांचित हो, करते सब गुणगान हैं।
रुद्रप्रयाग में स्थित केदारनाथ धाम है,
आते लाखों श्रद्धालु करते प्रभु को प्रणाम हैं।
पौड़ी में घुड़दौड़ी, ताराकुण्ड, कंडोलिया,
कण्वाश्रम शकुन्तला-पुत्र भरत का जन्मस्थान है।
चमोली सबसे बड़ा जिला, फूलों की घाटी,
बद्रीनाथ, सदा बर्फ से ढका यहाँ का धाम है।
बागेश्वर सरयू ,गोमती के संगम पर स्थित,
बागनाथ से जाना जाता, हिमालय का गहना है।
अल्मोड़ा हिमालय में बसा कुमाऊँ की शान है,
ऊनी वस्त्र यहाँ के प्रसिद्ध, विरासत महान है।
नैनीताल राज्य का उच्च न्यायालय, तालों की यह नगरी,
जहाँ रहती पर्यटकों की वर्ष भर भीड़ बड़ी।
चम्पावत प्रसिद्ध सैरगाह, सरहद में नेपाल है,
वन्यजीव हरे-भरे मैदान, ट्रैकिंग की सुविधा विद्यमान है।
पिथौरागढ़ में पठारी भूमि, हिलजात्रा महोत्सव है,
कामाख्या मंदिर प्रमुख पूजा के स्थान हैं।
उधमसिंहनगर में पंतनगर विश्वविद्यालय,
हवाई अड्डा भी यहाँ, "मिनी इंडिया" की मिली इसे पहचान है।
।।उत्तराखंड देवभूमि महान है।।
रचयिता
मोनिका रावत,
सहायक अध्यापक,
राजकीय प्राथमिक विद्यालय पैठाणी,
विकास खण्ड-थलिसैण,
जनपद-पौड़ी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।
सजा सँवरा ऐसे जैसे खूबसूरत नक्कासी।
फिर देहरादून का आता स्थान है,
राज्य की राजधानी, यहाँ प्रमुख संस्थान है।
हरिद्वार कहलाता है गंगाद्वार,
कुम्भ महाकुम्भ यहाँ होते करते गंगा में स्नान हैं।
टिहरी पर्वतों के बीच अनोखा सौन्दर्य,
झील देख रोमांचित हो, करते सब गुणगान हैं।
रुद्रप्रयाग में स्थित केदारनाथ धाम है,
आते लाखों श्रद्धालु करते प्रभु को प्रणाम हैं।
पौड़ी में घुड़दौड़ी, ताराकुण्ड, कंडोलिया,
कण्वाश्रम शकुन्तला-पुत्र भरत का जन्मस्थान है।
चमोली सबसे बड़ा जिला, फूलों की घाटी,
बद्रीनाथ, सदा बर्फ से ढका यहाँ का धाम है।
बागेश्वर सरयू ,गोमती के संगम पर स्थित,
बागनाथ से जाना जाता, हिमालय का गहना है।
अल्मोड़ा हिमालय में बसा कुमाऊँ की शान है,
ऊनी वस्त्र यहाँ के प्रसिद्ध, विरासत महान है।
नैनीताल राज्य का उच्च न्यायालय, तालों की यह नगरी,
जहाँ रहती पर्यटकों की वर्ष भर भीड़ बड़ी।
चम्पावत प्रसिद्ध सैरगाह, सरहद में नेपाल है,
वन्यजीव हरे-भरे मैदान, ट्रैकिंग की सुविधा विद्यमान है।
पिथौरागढ़ में पठारी भूमि, हिलजात्रा महोत्सव है,
कामाख्या मंदिर प्रमुख पूजा के स्थान हैं।
उधमसिंहनगर में पंतनगर विश्वविद्यालय,
हवाई अड्डा भी यहाँ, "मिनी इंडिया" की मिली इसे पहचान है।
।।उत्तराखंड देवभूमि महान है।।
रचयिता
मोनिका रावत,
सहायक अध्यापक,
राजकीय प्राथमिक विद्यालय पैठाणी,
विकास खण्ड-थलिसैण,
जनपद-पौड़ी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।
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