नेता जी को नमन
23 जनवरी 1897 को जन्मे,
कटक-बंगाल ब्रिटिश भारत में।
सुभाष चंद्र बोस नाम संग नेता जी,
स्वतन्त्रता संग्राम के बड़े नेता जी।
जीवन अपना समर्पित किया,
सारा जीवन देश के नाम किया।
अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने की हिम्मत,
द्वितीय विश्वयुद्ध में दिखाई हिम्मत।।
जापान का सहयोग लिया,
आजाद हिंद फौज का गठन किया।
'जय हिंद' का नारा दिया,
'राष्ट्रीय नारा' बना दिया।।
तुम मुझे खून दो,
मैं तुम्हें आजादी दूँगा।
सुभाष जी के नारे ने तो,
भारतीयों में जान फूंक दिया।।
सुप्रीम कमांडर रूप में,
सेना को सम्बोधित किया।
जापानी सेना के साथ में,
'दिल्ली चलो' का नारा दिया।।
साहसी नेता जी को नमन,
स्वप्न देखा आजादी का चमन।
भारतीयों के आभारी नयन,
हम सब करें शत-शत नमन।।
रचयिता
रीना सैनी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय गिदहा,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद -महाराजगंज।
कटक-बंगाल ब्रिटिश भारत में।
सुभाष चंद्र बोस नाम संग नेता जी,
स्वतन्त्रता संग्राम के बड़े नेता जी।
जीवन अपना समर्पित किया,
सारा जीवन देश के नाम किया।
अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने की हिम्मत,
द्वितीय विश्वयुद्ध में दिखाई हिम्मत।।
जापान का सहयोग लिया,
आजाद हिंद फौज का गठन किया।
'जय हिंद' का नारा दिया,
'राष्ट्रीय नारा' बना दिया।।
तुम मुझे खून दो,
मैं तुम्हें आजादी दूँगा।
सुभाष जी के नारे ने तो,
भारतीयों में जान फूंक दिया।।
सुप्रीम कमांडर रूप में,
सेना को सम्बोधित किया।
जापानी सेना के साथ में,
'दिल्ली चलो' का नारा दिया।।
साहसी नेता जी को नमन,
स्वप्न देखा आजादी का चमन।
भारतीयों के आभारी नयन,
हम सब करें शत-शत नमन।।
रचयिता
रीना सैनी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय गिदहा,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद -महाराजगंज।
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