गणतंत्र दिवस
अमर रहे गणतंत्र हमारा,
गणतंत्र हमारा भारत प्यारा।
अमर रहे गणतंत्र हमारा,
गणतंत्र हमारा भारत प्यारा।
आओ तिरंगा हम फहराएँ,
इसकी महिमा मिलकर गाएँ।
मान तिरंगा, शान तिरंगा,
झूमे-गाए भारत सारा।।
एक देश है, अनेक भाषाएँ,
मिलजुल इसका मान बढ़ाएँ।
राष्ट्र की हम अखंडता को,
जोड़ रखें दृढ़ निश्चय हमारा।।
देश का गौरव सदा बढ़ाएँ,
आओ कसम ये मिलकर खाएँ।
धर्म जुदा पर एक कहाएँ,
अनोखा है गणतंत्र हमारा।।
आज़ादी के मतवालों को,
अपने ज़हन में सदा बसाएँ।
मज़हबी दीवारें तोड़ें,
लहराएँ तिरंगा संग में यारा।।
कर्तव्य के पथ पर सदा चलें हम,
राष्ट्र के हित को न भूलें हम।
संविधान की करेंगे रक्षा,
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा।।
रचयिता
पूजा सचान,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मसेनी(बालक) अंग्रेजी माध्यम,
विकास खण्ड-बढ़पुर,
जनपद-फर्रुखाबाद।
गणतंत्र हमारा भारत प्यारा।
अमर रहे गणतंत्र हमारा,
गणतंत्र हमारा भारत प्यारा।
आओ तिरंगा हम फहराएँ,
इसकी महिमा मिलकर गाएँ।
मान तिरंगा, शान तिरंगा,
झूमे-गाए भारत सारा।।
एक देश है, अनेक भाषाएँ,
मिलजुल इसका मान बढ़ाएँ।
राष्ट्र की हम अखंडता को,
जोड़ रखें दृढ़ निश्चय हमारा।।
देश का गौरव सदा बढ़ाएँ,
आओ कसम ये मिलकर खाएँ।
धर्म जुदा पर एक कहाएँ,
अनोखा है गणतंत्र हमारा।।
आज़ादी के मतवालों को,
अपने ज़हन में सदा बसाएँ।
मज़हबी दीवारें तोड़ें,
लहराएँ तिरंगा संग में यारा।।
कर्तव्य के पथ पर सदा चलें हम,
राष्ट्र के हित को न भूलें हम।
संविधान की करेंगे रक्षा,
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा।।
रचयिता
पूजा सचान,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मसेनी(बालक) अंग्रेजी माध्यम,
विकास खण्ड-बढ़पुर,
जनपद-फर्रुखाबाद।
Wow 👌
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