४०३~ कमल कान्त पाल पूर्व माध्यमिक विद्यालय पटनाऐरवा, ब्लॉक- ऐरवा कटरा, जनपद- औरैया, उत्तर प्रदेश
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- औरैया से बेसिक शिक्षा के युवा अनमोल रत्न शिक्षक भाई कमल कान्त पाल जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से न सिर्फ शिक्षा के उत्थान के लिए समाज को जागरूक करते हुए विद्यालय एवं बच्चों को जनपद एवं प्रदेश स्तर पर पहचान दिलाई, बल्कि शिक्षक समाज को अपने कर्तव्य पथ की सहजता और सरलता से विभिन्न अवसरों पर प्रेरित किया है। ऐसे युवा अनुकरणीय व्यक्तित्व को मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ!
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये शिक्षा के उत्थान के लिए कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2543661079244807&id=1598220847122173
👉1. शिक्षक का परिचय:-
कमल कान्त पाल पूर्व माध्यमिक विद्यालय पटनाऐरवा, ब्लॉक- ऐरवा कटरा, जनपद- औरैया, उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति: 31 जुलाई- 2013
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति: 24 सितम्बर- 2015
👉2- विद्यालय की समस्याएं :-
1. जब प्रथम बार विद्यालय गया तो वहाँ पर बच्चों का ठहराव बहुत कम था।
2. बच्चों में अनुसाशन की कमी थी।
3. शौचालय न होना।
4. पेय जल की व्यवस्था न होना।
👉3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
🥀(a) स्वयं के प्रयास से: बच्चों में ठहराव के लिए बच्चों के माता-पिता से लगातार सम्पर्क के साथ विद्यालय में अच्छी शिक्षा मिलने की बात करना।
🥀(b) नियमित रूप से बच्चों को फ़ोन करके उनके पढ़ाई के बारे में पूछते रहकर अभिभावकों में विद्यालय के प्रति विश्वास बना पाया।
🥀(B) अन्य शिक्षकों के सहयोग से:-
📝हमारे विद्यालय में श्री देवेंद्र कुमार (इं.प्र.अ.) और श्री अरविंद कुमार के द्वारा बच्चों में अनुशासन को बनाये रखने के लिए बहुत अधिक सहयोग रहा है।
🥀(C) जनप्रतिनिधि के सहयोग से:-
💡 ग्राम प्रधान के द्वारा बच्चों के अभिभावकों से सम्पर्क करने में सहयोग दिया जाता है।
🥀(D) शासन के सहयोग से:-
⚘1. शासन के सहयोग से हमारे विद्यालय में प्रोजेक्टर के माध्यम से कक्षा को स्मार्ट कक्षा में परिवर्तित किया गया, जिसमें बच्चे अपने अध्ययन में आई समस्या को वीडियो के द्वारा हल कर लेते हैं।
⚘2. शासन के सहयोग से मिशन कायाकल्प के अंतर्गत कक्षा-कक्ष में टाइल्स लगवाए गए और शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है।
⚘3. शासन की मंशा के अनुरूप विद्यालय पटना ऐरवा का अंग्रेजी माध्यम- 2019 में चयन किया गया।
🥀(E) जन सहभागिता से:-
बच्चों के अभिभावकों के सहयोग से अगर स्कूल टाइम में बच्चा घर पर रह जाता है तो स्कूल टाइम में बच्चे को विद्यालय में जाने को प्रेरित किया जाता है।
👉विद्यालय और विद्यार्थियों की उपलब्धियां:-
⚘A- नामांकन विवरण: 133
⚘B- औसत उपस्थिति: 124 (93%)
⚘C - विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार विवरण: *बाल श्री सम्मान 2016*
⚘1. शरद कुमार 8th, राज्यस्तरीय मूर्तिकला विजेता और राष्ट्रीय बालश्री सम्मान प्रतिभागी।
⚘2. विकास कुमार 8th जिला स्तरीय पपेट शो विजेता राज्य स्तरीय में प्रतिभाग।
⚘जिला स्तरीय राष्ट्रीय आविष्कार प्रतियोगिता- 2019
⚘1.राजशेखर कक्षा 8th तृतीय स्थान जिला स्तर में *राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2019*
⚘1.रामबाबू कक्षा- 7th (जूनियर स्तर) जिले में प्रथम स्थान और राज्यस्तरीय में प्रतिभाग के लिए चयन।
👉6 - शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियां:-
⚘1.न्याय पंचायत स्तर पर सर्वप्रथम सन्दर्भदाता के रूप में त्रिदिवसीय smc प्रशिक्षण 2017 में चयन।
⚘2. 15 दिवसीय ग्रेडेड लर्निंग प्रशिक्षण फरवरी- 2019 में ब्लॉक स्तरीय सन्दर्भदाता के रूप में चयन।
⚘3. 6 दिवसीय विज्ञान उपचारात्मक प्रशिक्षण दिसंबर 2019 में जिला सन्दर्भदाता के रूप में चयन।
🥀A- शिक्षकों के नवाचारों का विवरण:-
⚘1. बच्चों की विषयगत समस्याओं को लिखकर उन्हें सेमिनार के द्वारा हल करना।
⚘2. बच्चों को चार्ट प्रतियोगिता के रूप में कठिन विषय वस्तु को सरल बनाना।
🥀B - शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों का विवरण:
⚘1.लर्निंग ग्रेडेड प्रशिक्षण में सन्दर्भदाता के रूप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्राप्त।
⚘2. राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में मार्गदर्शक के रूप में प्रशस्ति पत्र प्राप्त।
⚘3. लोकसभा चुनाव में जनपद स्तरीय बाल एचीवर्स कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री वेंकटेश्वर लू (IAS) द्वारा सम्मान पत्र प्राप्त।
👉7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश :-
मिशन शिक्षण संवाद के द्वारा बच्चों में दिन प्रतिदिन परिवर्तन जारी हैं। बच्चों में दैनिक सामान्य ज्ञान के स्तर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। मिशन शिक्षण संवाद के द्वारा बेसिक शिक्षा में सकारात्मक बदलाव शुरू हुए हैं। मिशन के द्वारा ही हमे शिक्षकों की शिक्षणविधियाँ पता चलती हैं और हम उन नई विधियों को बच्चों तक पहुँचा पा रहे हैं। मिशन के द्वारा बेसिक में नए आयामों का उदय हुआ है।
👉8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-
शिक्षक समाज का आईना है
मिशन के साथ आकर और मिशन की गतिविधियों को आत्मसात करके बच्चों में प्रयोग करना बहुत ही नवीन कदम है। मिशन के साथ रह कर शिक्षक समाज बहुत लाभान्वित हो रहा है जो कि एक सराहनीय कदम है। मेरी तरफ से शिक्षक परिवार को मिशन के साथ कदम से कदम मिला कर चलना चाहिए ताकि बेसिक शिक्षा में अधिकाधिक सकारात्मकता दिखाई दे।
साभार :-
कमलकान्त पाल (सहायक अध्यापक विज्ञान)
पूर्व माध्यमिक विद्यालय पटनाऐरवा
विकास खंड -ऐरवाकटरा
जनपद- औरैया (उ.प्र)
संकलन - ज्ञान प्रकाश
टीम मिशन शिक्षण संवाद औरैया
नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बन्धित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail. com पर भेज सकते हैं।
सादर:
विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
14-01-2020
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- औरैया से बेसिक शिक्षा के युवा अनमोल रत्न शिक्षक भाई कमल कान्त पाल जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से न सिर्फ शिक्षा के उत्थान के लिए समाज को जागरूक करते हुए विद्यालय एवं बच्चों को जनपद एवं प्रदेश स्तर पर पहचान दिलाई, बल्कि शिक्षक समाज को अपने कर्तव्य पथ की सहजता और सरलता से विभिन्न अवसरों पर प्रेरित किया है। ऐसे युवा अनुकरणीय व्यक्तित्व को मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ!
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये शिक्षा के उत्थान के लिए कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2543661079244807&id=1598220847122173
👉1. शिक्षक का परिचय:-
कमल कान्त पाल पूर्व माध्यमिक विद्यालय पटनाऐरवा, ब्लॉक- ऐरवा कटरा, जनपद- औरैया, उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति: 31 जुलाई- 2013
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति: 24 सितम्बर- 2015
👉2- विद्यालय की समस्याएं :-
1. जब प्रथम बार विद्यालय गया तो वहाँ पर बच्चों का ठहराव बहुत कम था।
2. बच्चों में अनुसाशन की कमी थी।
3. शौचालय न होना।
4. पेय जल की व्यवस्था न होना।
👉3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
🥀(a) स्वयं के प्रयास से: बच्चों में ठहराव के लिए बच्चों के माता-पिता से लगातार सम्पर्क के साथ विद्यालय में अच्छी शिक्षा मिलने की बात करना।
🥀(b) नियमित रूप से बच्चों को फ़ोन करके उनके पढ़ाई के बारे में पूछते रहकर अभिभावकों में विद्यालय के प्रति विश्वास बना पाया।
🥀(B) अन्य शिक्षकों के सहयोग से:-
📝हमारे विद्यालय में श्री देवेंद्र कुमार (इं.प्र.अ.) और श्री अरविंद कुमार के द्वारा बच्चों में अनुशासन को बनाये रखने के लिए बहुत अधिक सहयोग रहा है।
🥀(C) जनप्रतिनिधि के सहयोग से:-
💡 ग्राम प्रधान के द्वारा बच्चों के अभिभावकों से सम्पर्क करने में सहयोग दिया जाता है।
🥀(D) शासन के सहयोग से:-
⚘1. शासन के सहयोग से हमारे विद्यालय में प्रोजेक्टर के माध्यम से कक्षा को स्मार्ट कक्षा में परिवर्तित किया गया, जिसमें बच्चे अपने अध्ययन में आई समस्या को वीडियो के द्वारा हल कर लेते हैं।
⚘2. शासन के सहयोग से मिशन कायाकल्प के अंतर्गत कक्षा-कक्ष में टाइल्स लगवाए गए और शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है।
⚘3. शासन की मंशा के अनुरूप विद्यालय पटना ऐरवा का अंग्रेजी माध्यम- 2019 में चयन किया गया।
🥀(E) जन सहभागिता से:-
बच्चों के अभिभावकों के सहयोग से अगर स्कूल टाइम में बच्चा घर पर रह जाता है तो स्कूल टाइम में बच्चे को विद्यालय में जाने को प्रेरित किया जाता है।
👉विद्यालय और विद्यार्थियों की उपलब्धियां:-
⚘A- नामांकन विवरण: 133
⚘B- औसत उपस्थिति: 124 (93%)
⚘C - विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार विवरण: *बाल श्री सम्मान 2016*
⚘1. शरद कुमार 8th, राज्यस्तरीय मूर्तिकला विजेता और राष्ट्रीय बालश्री सम्मान प्रतिभागी।
⚘2. विकास कुमार 8th जिला स्तरीय पपेट शो विजेता राज्य स्तरीय में प्रतिभाग।
⚘जिला स्तरीय राष्ट्रीय आविष्कार प्रतियोगिता- 2019
⚘1.राजशेखर कक्षा 8th तृतीय स्थान जिला स्तर में *राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2019*
⚘1.रामबाबू कक्षा- 7th (जूनियर स्तर) जिले में प्रथम स्थान और राज्यस्तरीय में प्रतिभाग के लिए चयन।
👉6 - शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियां:-
⚘1.न्याय पंचायत स्तर पर सर्वप्रथम सन्दर्भदाता के रूप में त्रिदिवसीय smc प्रशिक्षण 2017 में चयन।
⚘2. 15 दिवसीय ग्रेडेड लर्निंग प्रशिक्षण फरवरी- 2019 में ब्लॉक स्तरीय सन्दर्भदाता के रूप में चयन।
⚘3. 6 दिवसीय विज्ञान उपचारात्मक प्रशिक्षण दिसंबर 2019 में जिला सन्दर्भदाता के रूप में चयन।
🥀A- शिक्षकों के नवाचारों का विवरण:-
⚘1. बच्चों की विषयगत समस्याओं को लिखकर उन्हें सेमिनार के द्वारा हल करना।
⚘2. बच्चों को चार्ट प्रतियोगिता के रूप में कठिन विषय वस्तु को सरल बनाना।
🥀B - शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों का विवरण:
⚘1.लर्निंग ग्रेडेड प्रशिक्षण में सन्दर्भदाता के रूप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्राप्त।
⚘2. राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में मार्गदर्शक के रूप में प्रशस्ति पत्र प्राप्त।
⚘3. लोकसभा चुनाव में जनपद स्तरीय बाल एचीवर्स कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री वेंकटेश्वर लू (IAS) द्वारा सम्मान पत्र प्राप्त।
👉7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश :-
मिशन शिक्षण संवाद के द्वारा बच्चों में दिन प्रतिदिन परिवर्तन जारी हैं। बच्चों में दैनिक सामान्य ज्ञान के स्तर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। मिशन शिक्षण संवाद के द्वारा बेसिक शिक्षा में सकारात्मक बदलाव शुरू हुए हैं। मिशन के द्वारा ही हमे शिक्षकों की शिक्षणविधियाँ पता चलती हैं और हम उन नई विधियों को बच्चों तक पहुँचा पा रहे हैं। मिशन के द्वारा बेसिक में नए आयामों का उदय हुआ है।
👉8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-
शिक्षक समाज का आईना है
मिशन के साथ आकर और मिशन की गतिविधियों को आत्मसात करके बच्चों में प्रयोग करना बहुत ही नवीन कदम है। मिशन के साथ रह कर शिक्षक समाज बहुत लाभान्वित हो रहा है जो कि एक सराहनीय कदम है। मेरी तरफ से शिक्षक परिवार को मिशन के साथ कदम से कदम मिला कर चलना चाहिए ताकि बेसिक शिक्षा में अधिकाधिक सकारात्मकता दिखाई दे।
साभार :-
कमलकान्त पाल (सहायक अध्यापक विज्ञान)
पूर्व माध्यमिक विद्यालय पटनाऐरवा
विकास खंड -ऐरवाकटरा
जनपद- औरैया (उ.प्र)
संकलन - ज्ञान प्रकाश
टीम मिशन शिक्षण संवाद औरैया
नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बन्धित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail. com पर भेज सकते हैं।
सादर:
विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
14-01-2020
अति उत्तम कमलकान्त जी
ReplyDeleteबहुत सुंदर
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