पानी की महिमा

आओ जानें पानी की महिमा
इसके बिना संभव नहीं जीना

पानी का कोई दूसरा हल नहीं
इसके बिना तो कल भी नहीं

इसकी तीन अवस्थाएँ सुनहरी
ठोस, द्रव और गैस में है बतानी

बर्फ ठोस  तरल द्रव कहलाता
गरम होकर भाप गैस हो जाता

पानी मशीनों में बड़ा शीतलक
परमाणु जगत में न्यूट्रान संदमक

स्वच्छ पानी करे साफ-सफाई
धरती में हमेशा लाये हरियाली

हमारी प्यारी पृथ्वी में इकहतर
मानव शरीर में चौसठ प्रतिशत

पानी बिना ये जीवन है बेकार
आओ इसे बचाने को रहें तैयार

रचयिता
उमेश चन्द्र जोशी,
सहायक अध्यापक,
रा. आ. जू . हा. उड़खुली,
विकास खण्ड-गरूड़,
जनपद-बागेश्वर,
उत्तराखण्ड।

Comments

Total Pageviews