गणतंत्र दिवस पर वादा
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी,
देश पे जाँ देने वालों की उन्हें कथा सुनाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
हजारों, लाखों ने किया खुद को बलिदान,
कैसे पायी आजादी ये गाथा उन्हें सुनाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
बालक, बालिका जाति-धर्म का भेद मैं मिटाउँगी,
हर कोई हो जाए साक्षर मैं ऐसी क्रांति लाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
छल, दंभ, द्वेष की जलन नहीं, सूरज सा जलना सिखाऊँगी,
प्रण है ये गणतंत्र दिवस पर ये प्रण मैं निभाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
चंदन की माटी सी मातृभूमि को शीश मैं झुकाऊँगी,
एक लय में, एक ही सुर में गीत देश के गाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
सत्य, अहिंसा औऱ शान्ति की राह पे चलाऊँगी,
तीन रंग से रंगे तिरंगे को ही मैं फहराऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
इसी तरह हर 26 जनवरी गणतंत्र दिवस मनाऊँगी,
अपने प्यारे देश को इन बाल पुष्पों से सजाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
2 वर्ष 11 माह 18 दिन में बने संविधान की महत्ता बताऊँगी,
गणतंत्र से मिले क्या क्या अधिकार ये भी ज्ञान कराऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
भारत ने दिया शब्द लोकतन्त्र ये बात उन्हें समझाऊँगी,
सबसे बड़ा संविधान विश्व का, भारत का है ये बताऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
रचयिता
गीता यादव,
प्रधानाध्यपिका,
प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फतेहपुर।
देश पे जाँ देने वालों की उन्हें कथा सुनाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
हजारों, लाखों ने किया खुद को बलिदान,
कैसे पायी आजादी ये गाथा उन्हें सुनाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
बालक, बालिका जाति-धर्म का भेद मैं मिटाउँगी,
हर कोई हो जाए साक्षर मैं ऐसी क्रांति लाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
छल, दंभ, द्वेष की जलन नहीं, सूरज सा जलना सिखाऊँगी,
प्रण है ये गणतंत्र दिवस पर ये प्रण मैं निभाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
चंदन की माटी सी मातृभूमि को शीश मैं झुकाऊँगी,
एक लय में, एक ही सुर में गीत देश के गाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
सत्य, अहिंसा औऱ शान्ति की राह पे चलाऊँगी,
तीन रंग से रंगे तिरंगे को ही मैं फहराऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
इसी तरह हर 26 जनवरी गणतंत्र दिवस मनाऊँगी,
अपने प्यारे देश को इन बाल पुष्पों से सजाऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
2 वर्ष 11 माह 18 दिन में बने संविधान की महत्ता बताऊँगी,
गणतंत्र से मिले क्या क्या अधिकार ये भी ज्ञान कराऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
भारत ने दिया शब्द लोकतन्त्र ये बात उन्हें समझाऊँगी,
सबसे बड़ा संविधान विश्व का, भारत का है ये बताऊँगी।
वादा है अपने बच्चों को देशभक्त बनाउँगी॥
रचयिता
गीता यादव,
प्रधानाध्यपिका,
प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फतेहपुर।
बेहतरीन काव्य रचना 🌹
ReplyDeleteआभार
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