मीराबाई
कक्षा-7
पाठ -11 [ मीराबाई ]
विषय- महान व्यक्तिव
तर्ज़ - करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं
नन्हीं बच्ची ने मूर्ति के लिए
खाना पीना छोड़ दिया।
चौदह सौ अट्ठानवे ईस्वी में,
इस कन्या ने जन्म लिया-2
वह थी मीराबाई, वह थी मीराबाई।
मेवाड़ के रतन सिंह की
एक इकलौती कन्या थी।
श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त,
बच्चों मीराबाई थी॥
माँ की मृत्यु के बाद,
दादा ने पालन पोषण किया
चौदह .............................
चित्तौड़ के भोजराज से
मीरा का विवाह हो गया।
दस वर्ष बाद ही इनके पति का
स्वर्गवास हो गया।
मीरा की सास ननद ने
इनको काफी तंग किया।
चौदह ................................
परिवार से दुखी होकर,
वह वृंदावन चली गई।
श्रीकृष्ण के प्रति प्रेम,
भक्ति दिनों दिन बढ़ती गई।
अपने मन के भावों को,
पदों के माध्यम से प्रकट किया।
चौदह .................................
रचयिता
मन्जू शर्मा,
सहायक अध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय नगला जगराम,
विकास खण्ड-सादाबाद,
जनपद-हाथरस।
पाठ -11 [ मीराबाई ]
विषय- महान व्यक्तिव
तर्ज़ - करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं
नन्हीं बच्ची ने मूर्ति के लिए
खाना पीना छोड़ दिया।
चौदह सौ अट्ठानवे ईस्वी में,
इस कन्या ने जन्म लिया-2
वह थी मीराबाई, वह थी मीराबाई।
मेवाड़ के रतन सिंह की
एक इकलौती कन्या थी।
श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त,
बच्चों मीराबाई थी॥
माँ की मृत्यु के बाद,
दादा ने पालन पोषण किया
चौदह .............................
चित्तौड़ के भोजराज से
मीरा का विवाह हो गया।
दस वर्ष बाद ही इनके पति का
स्वर्गवास हो गया।
मीरा की सास ननद ने
इनको काफी तंग किया।
चौदह ................................
परिवार से दुखी होकर,
वह वृंदावन चली गई।
श्रीकृष्ण के प्रति प्रेम,
भक्ति दिनों दिन बढ़ती गई।
अपने मन के भावों को,
पदों के माध्यम से प्रकट किया।
चौदह .................................
रचयिता
मन्जू शर्मा,
सहायक अध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय नगला जगराम,
विकास खण्ड-सादाबाद,
जनपद-हाथरस।
bahut.sundar
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