घुमक्कड़ हुनरबाज

"रद्दी को भी लाइब्रेरी बना लेते हैं,
मेहनत से किस्मत चमका लेते हैं।
फेंके हुये कागज़ के टुकड़ों पर,
हम अपना हुनर आजमा लेते हैं।
कोई नही सिखाता है सबक पर,
जिन्दगी से ही हम सीख लेते हैं।
किताबों मे है सब अच्छी बात पर,
वजूद इसका जमाने मे देख लेते हैं।
हमारी बस्तियों मे कोई नहीं आता पर,
हम घुमक्कड़ सारा जमाना देख लेते हैं।"

रचयिता
अभिषेक शुक्ला,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय लदपुरा,
विकास क्षेत्र-अमरिया,
जिला-पीलीभीत।
मो.न.9450375290

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