हिन्दी है पहचान हमारी

हिन्दी है पहचान हमारी।
हिन्दी है अभियान।

संस्कृत की भगनी है हिन्दी
कई भाषाओं की प्राण।
हिन्दी है...

तुलसी, सूर, कबीर की वाणी
ने इसमें रस घोला है।

मतिराम, दिनकर और बिहारी ने शब्दों से तौला है।
मीरा और रसखान हमारी
हिंदी की पहचान...

रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।

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