नरेंद्र मोहन सेन

देश की आजादी की खातिर 

अनेकों वीरों ने प्राण गँवाए

देश के प्रति श्रद्धा दिखाकर

वो अमर शहीद कहलाए।।


13 अगस्त 1887 को पश्चिम बंगाल 

जलपाईगुड़ी में नरेंद्र ने जन्म पाया

बचपन से ही देश के प्रति उन्होंने

अटूट विश्वास और प्रेम दिखाया।।


पढ़ाई छोड़कर नरेंद्र मोहन सेन ने

अनुशीलन समिति को अपनाया

अपने घर को उन्होंने आजादी की खातिर

क्रांतिकारियों का अड्डा बनाया।।


बारीसाल षड़यंत्र केस में नरेन्द्र 

मोहन सेन का नाम आगे आया

देश को स्वतंत्र कराने के लिए

नरेंद्र मोहन ने महत्वपूर्ण कर्तव्य निभाया।।


23 जनवरी 1963 को वाराणसी उत्तर प्रदेश

में महान क्रांतिकारी का निधन हुआ।।


रचनाकार

मृदुला वर्मा,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,

विकास खण्ड-अमरौधा,

जनपद-कानपुर देहात।

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