मदर टेरेसा
जब 26 अगस्त, 1910 को स्कॉप्जे में
महान महिला संत का जन्म हुआ
धन्य हुई सारी धरती जब महान
संत मदर टेरेसा का जन्म हुआ।।
घर बार सब त्याग दिया मदर टेरेसा ने
और आजीवन सेवा का संकल्प लिया
गरीब, बीमार और अनाथ की सेवा
करके मानवता का प्रचार किया।।
रोमन कैथोलिक नन मदर टेरेसा ने
१९४८ में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ली
इन्होंने १९५० में कोलकाता में मिशनरीज़
ऑफ चैरिटी की स्थापना की।।
शांति का नोबेल और पदम श्री जैसे
अनेकों पुरस्कार मदर टेरेसा ने पाए
अपने आजीवन सेवा संकल्प के कारण
महान कोलकाता के संत टेरेसा कहलाईं।।
उनके रोम-रोम में थी मानवता की सेवा समाई,
उन्होंने दुनियां को सेवा भाव की राह दिखाई
5 सितंबर 1997 को वह महान संत
सेविका सदा के लिए प्रकृति में समाई।।
रचनाकार
मृदुला वर्मा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,
विकास खण्ड-अमरौधा,
जनपद-कानपुर देहात।
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