शिव शम्भू
हाथ जोड़ शिव शम्भू जी,
हम द्वार तिहारे आए हैं।
पूजा की थाली हाथ लिए,
झोली खाली फैलाए हैं।
माला फूलों की लाए हैं,
गंगाजल भी भर लाए हैं।
चन्दन तिलक ले आए हैं,
तुझे बेल धतूरा चढ़ाए हैं।
प्रभु तुम्हें मनाने आए हैं,
झोली खाली फैलाए हैं।
हाथ जोड़ शिव शम्भू......
हाथों में पिया का हाथ रहे,
जीवन में उनका साथ रहे।
जब तक साँसों साँस रहे,
एदूजे का एहसास रहे।
करने विनती ये आए हैं,
झोली खाली फैलाए हैं।
हाथ जोड़ शिव शम्भू......
रहे अमर सिंदूर मेरा,
माथे की बिंदिया अमर रहे।
पाँव में पायल बजती रहे,
हाथों में चूड़ी सजती रहे।
अरदास यही हम लाए हैं,
झोली खाली फैलाए हैं।
हाथ जोड़ शिव शम्भू......
रचनाकार
सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।
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