रक्षाबंधन
तर्ज-प्यार हमारा अमर रहेगा
वीर हमारा, प्राणों से प्यारा,
जाने ये सारा जहां
जहाँ तू रक्षक है, प्यारी बहना का,
भाई सा कोई कहाँ।
तुम को लगे ना,
किसी की नजर,
फूलों भरा हो तेरा सफर।
प्यारा त्योहार है, रक्षाबंधन
राखी बाँधे भाई को बहन है।
मेरी दुआ है, रहे तू सलामत,
चाहे बहन और क्या।
तू रक्षक है प्यारी बहनों का।
भाई सा कोई कहाँ।
वीर हमारा प्राणों से प्यारा.....
तू रक्षक प्यारी बहनों का......
तू है अमानत, मात-पिता की।
भाई मेरे तू, जान मेरी है।
मान रखे तू, मेरी राखी की,
बहन तेरी बस इतना चाहे।
इस रिश्ते का, मूल्य ना कोई,
दे पाएगा जहाँ।
तू रक्षक है प्यारी बहना का......
वीर हमारा.........
तू रक्षक है.............
रचयिता
गीता देवी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मल्हौसी,
विकास खण्ड- बिधूना,
जनपद- औरैया।
Comments
Post a Comment